पटना। राजधानी में विश्व का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में बनने वाले विश्व के सबसे बड़े अस्पताल का शिलान्यास मार्च में किया जाएगा। इस माह के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। विश्वस्तरीय अस्पताल में 5462 बेड होंगे। इसके साथ ही पीएमसीएच में जून से किडनी प्रत्यारोपण भी शुरू हो जाएगा। ये बातें मंगलवार को पीएमसीएच में नए बर्न वार्ड के उद्घाटन समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहीं।
छपरा एवं पूर्णिया में तेजी से चल रहा निर्माण कार्य
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि पांच साल में सरकार राज्य को 29 मेडिकल कॉलेज देने जा रही है। वर्तमान में राज्य में 14 मेडिकल कॉलेजों में निर्माण कार्य चल रहा है। मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज का भवन बनकर तैयार हो गया है। छपरा एवं पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज में निर्माण कार्य काफी जोर-शोर से चल रहा है। मंत्री ने कहा कि सरकार वर्तमान में संचालित होने वाले मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस एवं पीजी के सीटों की वृद्धि के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) से बात कर रही है।
पीजी में 450 एवं एमबीबीएस में 900 सीटें बढ़ाने पर विचार
सरकार पीजी में 450 एवं एमबीबीएस में 900 सीटें बढ़ाने पर विचार कर रही है। पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ.विद्यापति चौधरी ने नए बर्न वार्ड के उद्घाटन के लिए मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि नए बर्न वार्ड में छह आइसीयू और 12 सामान्य बेड होंगे। इस अवसर पर विधायक नितिन नवीन, अरुण कुमार सिन्हा के साथ बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार सिंह, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एके अग्रवाल, पीएमसीएच इमरजेंसी हेड डॉ.अभिजीत सिंह, आयुष्मान प्रभारी डॉ.चंदन, पूर्व अधीक्षक डॉ.दीपक टंडन, उपाधीक्षक डॉ.राजेश कुमार, डॉ.उदय कुमार, डॉ.राम विनय सिन्हा, पीएमसीएच एलुमनाई एसोसिएशन के संयोजक डॉ.सच्चिदानंद, आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ.सहजानंद प्रसाद सिंह, डॉ. कुमार अरुण सहित अन्य थे।
Input : Dainik Jagran