पटना। अब आप रेलवे के रिटयरिंग रूम में जाएंगे तो तीन सितारा होटल जैसी सुविधाएं पाएंगे। कमरे में गद्देदार बेड व खूबसूरत पलंग होंगे। साफ-सफाई रहेगी। दरअसल रेलवे ने अपने प्रमुख स्टेशनों के रिटयरिंग रूम को विकसित करने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) को दी है। इसके तहत राजेंद्रनगर टर्मिनल के रिटयरिंग रूम को विकसित किया जा चुका है। अब पटना जंक्शन को विकसित करने की योजना है।

इसके लिए आइआरसीटीसी की ओर से शीघ्र ही टेंडर निकाला जा रहा है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। अगले तीन माह के अंदर यह सुसज्जित हो जाएगा। पटना जंक्शन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पूरी तरह वातानुकूलित रिटयरिंग रूम बनाए जाएंगे। हर कमरे में अलग से टीवी, गीजर, एग्जास्ट फैन, इंटरकॉम, डस्टबिन रखा रहेगा। हर कमरे में फ्रिज होगा। इसमें फल व कोल्डड्रिंक्स रखे रहेंगे। चाय बनाने के लिए इलेक्ट्रिक केतली होगी। ग्रीन टी व दूध-चीनी के पाउच के साथ ही टी-बैग भी रखे रहेंगे। यात्रियों को रेल नीर की एक बोतल मुफ्त में दी जाएगी।
कम समय के लिए भी सुविधा
अगर रिटयरिंग रूम में छह घंटे के लिए ही ठहरना है तो उतने समय का ही पैसा यात्रियों को देना होगा। एक यात्री के लिए डॉरमेट्री की बुकिंग की व्यवस्था होगी। अगर सिंगल रूम उपलब्ध नहीं है और डबल खाली है तो ऐसे में सिंगल यात्री को कम किराया देना होगा। 24 घंटे की बुकिंग पर एक लीटर मिनरल वाटर एवं चाय की किट मुफ्त दिया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए ऑन डिमांड भोजन की भी व्यवस्था भी होगी। नीचे के फूड प्लाजा से उन्हें भोजन व नाश्ता उनके रूम में ही पहुंचा दिया जाएगा।
ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग सुविधा
इन रिटयरिंग रूम की बुकिंग ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से होगी। देश के किसी भी कोने से अपने आरक्षित टिकट के पीएनआर के आधार पर इन रिटाय¨रग रूम की बुकिंग की जा सकती है। इसके साथ ही पटना साहिब में अंतरराष्ट्रीय स्तर का रिटयरिंग रूम बनाया जाएगा ताकि वहां दूसरे देशों से आने वाले श्रद्धालु ठहर सकें।
रिटयरिंग रूम का किराया
कमरे की प्रकृति 6 घंटे 12 घंटे 24 घंटे 48 घंटे
डीलक्स एसी सिंगल – 499 799 1099 2099
डीलक्स एसी डबल – 599 899 1299 2499
डॉरमेट्री एसी बेड – 249 349 599 999
– अतिरिक्त बेड के लिए 450 रुपये देने होंगे।
14 कमरों को किया जा रहा विकसित
क्षेत्रीय प्रबंधक आइआरसीटीसी राजेश कुमार जंक्शन के रिटयरिंग रूम को सितारा होटल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। यात्रियों को बेहतर सुविधा उनके बजट के अनुरूप मिले इसकी व्यवस्था की जाएगी। इतना ही नहीं अगर उन्हें छह घंटे ही रुकना है तो उन्हें उतनी ही देर का ही पैसा देना होगा। पटना जंक्शन के 14 कमरों को विकसित किया जा रहा है।
Input : Dainik Jagran