पताही और रक्सौल हवाई अड्डा एक निजी कंपनी को आवंटित कर दिया गया है। अगले चरण में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) दोनों हवाई अड्डे कंपनी को हैंडओवर करेगी। कंपनी फिलहाल हवाई अड्डे पर मेंटेनेंस व ऑपरेशन का काम करेगी और दूसरे चरण में रामायण सर्किट से जुड़े स्थलों के लिए यात्री सेवा शुरू करेगी।
एएआई के सेंट्रल हेड क्वार्टर ने कंपनी को दोनों हवाई अड्डा आवंटित कर दिया है। कंपनी ने दोनों हवाई अड्डे पर अभी 2422 मीटर जमीन की मांग की है, जिसे भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने स्वीकार कर लिया है। इसके लिए कंपनी ने सिक्योरिटी मनी जमा कर दी है। कंपनी वर्तमान में इस हवाई पट्टी का इस्तेमाल उन विमानों के लिए करेगी, जो दूसरी जगह सेवा दे रहे हैं। वैसे विमानों को पताही व रक्सौल लाकर मेंटेनेंस किया जाएगा। दूसरे चरण में रामायण सर्किट से जुड़े स्थलों के लिए यात्री सेवा शुरू की जाएगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सूत्र के मुताबिक, अब दोनों हवाई अड्डों की हवाई पट्टी पर कारपेंटिंग का काम होगा। पहले से बनी हवाई पट्टी दुरुस्त है और उसपर सीमेंट बालू की लेयर चढ़ायी जाएगी।
जिला प्रशासन को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने लिखा पत्र
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एजीएम एलबी सिंह ने मुजफ्फरपुर के डीएम को इस मामले में पत्र लिखा है। एजीएम ने पताही हवाई अड्डे के रनवे के पास के बिजली के तार को हटाने व बाउंड्री दुरुस्त करने को कहा है। एजीएम ने हवाई अड्डे की सुरक्षा की व्यवस्था के लिए भी डीएम से आग्रह किया है। सूत्रों के अनुसार, हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए अलग से पुलिस की तैनाती की जाएगी।
Source : Hindustan