जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में आई भीषण बाढ़ के लिए नेताओं को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने कहा हर साल आने वाली बाढ़ सत्ता और विपक्ष के लिए सरकारी खजाना लूटने का साधन बन गई है। पप्पू यादव बुधवार को अपने आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे।
पप्पू ने कहा कि पिछले 30 सालों में सिंचाई और जल संसाधन विभाग में जो भी मंत्री रहे हैं उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 30 वर्ष में सत्ता और विपक्ष ने प्रदेश पर राज किया, लेकिन बाढ़ से मुक्ति के लिए कुछ नहीं हुआ। बाढ़ ऐसे लोगों के लिए उत्सव होती है। हर साल लगभग 70 लाख करोड़ नदी और बांध के नाम पर बर्बाद होते हैं। बाढ़ का सबसे ज्यादा नुकसान कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल को झेलना पड़ता है।
पूर्व सांसद ने कहा कि बिहार में सभी बांध की आयु 20-22 वर्ष है, जो अब खत्म हो गई। भीम नगर बराज टूटने के कगार पर है। अगर वहां बराज टूटता है, तो बिहार में प्रलय आ जाएगी जिसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार की होगी। पप्पू यादव ने केंद्र की सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि बिहार ने एनडीए को 39 सीटें चुनाव में दी, लेकिन प्रधानमंत्री बिहार को भूल गए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित 18 जिलों में लोगों के बीच तीन महीने तक 25 हजार रूपए और 20 क्विंटल अनाज देने की मांग की। प्रेस कांफ्रेंस में एजाज अहमद, रघुपति सिंह, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन व अरुण कुमार सिंह उपस्थित थे।
Input : Dainik Jagran