नई दिल्ली. लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन (China) की ओर से भारतीय जमीन (India Territory) पर अतिक्रमण के बाद उपजा सीमा विवाद लगातार बढ़ रहा है. चीन और भारत (India) ने वहां अपने-अपने सैनिकों की संख्या भी बढ़ा दी है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने भारत और चीन के बीच इस सीमा विवाद में मध्यस्थता कराने की इच्छा जताई है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले पाकिस्तान और भारत के बीच भी सीमा विवाद पर मध्यस्थता कराने की बात कही थी, जिसके बाद मामला काफी गरमाया था.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है, ‘हम भारत और चीन, दोनों को सूचित करना चाहते हैं कि अमेरिका दोनों के बीच सीमा विवाद में मध्यस्थता कराने के लिए तैयार है. धन्यवाद’
We have informed both India and China that the United States is ready, willing and able to mediate or arbitrate their now raging border dispute. Thank you!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 27, 2020
लद्दाख में दोनों सेनाओं में तनाव
बता दें कि लद्दाख में स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई थी जब करीब 250 चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच 5 मई को झड़प हो गई और इसके बाद स्थानीय कमांडरों के बीच बैठक के बाद दोनों पक्षों में कुछ सहमति बन सकी. इस घटना में भारतीय और चीनी पक्ष के 100 सैनिक घायल हो गए थे. 9 मई को उत्तरी सिक्किम में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी.
पीएम मोदी ने की थी बैठक
वहीं पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच तनाव बढ़ने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की. इसमें बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत की सैन्य तैयारियों को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
मंगलवार को पीएम मोदी संग बैठक से पहले तीनों सेना प्रमुखों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पैंगोंग सो झील, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी की स्थिति के बारे में जानकारी दी थी. जहां पिछले करीब 20 दिनों से भारत और चीन के सैनिक आक्रामक रूख अपनाये हुए हैं.
भारत जारी रखेगा निर्माण कार्य
चीन के साथ लगने वाली करीब 3,500 किमी लंबी सीमा के रणनीतिक महत्व के क्षेत्रों में भारत अपनी ढांचागत विकास की परियोजनाएं बंद नहीं करेगा. हालांकि चीन इन्हें रोकने के लिए सोचे-समझे प्रयास कर रहा है और इस के लिए पूर्वी लद्दाख जैसे इलाकों में हालात को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है. सरकारी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
(इनपुट एजेंसी से भी)