पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने कहा कि चुनाव देख नगर विकास मंत्री को अपने शहर की चिंता हुई। 10 साल से विधायक एवं तीन साल से मंत्री हैं। परंतु शहर के विकास के लिए उन्होंने क्या किया, यह बताने की जरूरत नहीं। आरोप लगाया कि वे नगर निगम की योजनाओं को अपना बताकर उद्घाटन एवं शिलान्यास कर रहे हैं। पार्षदों की हक मारी कर रहे हैं।
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मंत्री रहते नहीं दिला पाए मुक्ति
बरसात में हुए जलजमाव ने उनके विकास के दावे की पोल खोल दी है। तीन साल में मंत्री रहते वे शहर को इस समस्या से मुक्ति नहीं दिला पाए। ये बातें उन्होंने मंगलवार को तिलक मैदान स्थित एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि इन दिनों वे अपनी नाकामी छिपाने के लिए दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मंत्री के कार्यकाल में जितनी नालियां बनीं, उनकी जांच होनी चाहिए। तभी पता चलेगा कि उनके कार्यकाल में बनी नालियां पानी निकाल पा रही हैं या नहीं।
निगम को पंगु बना दिया
उन्होंने कहा कि मंत्री ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए निगम को पंगु बना दिया है। पूर्व विधायक ने कहा कि निगम के दैनिक कर्मचारियों की सेवा स्थायी नहीं कर पाए। स्मार्ट सिटी निगम की मेहनत एवं जनता के वोट से मिला है। इसमें मंत्री कहीं नहीं हैं, लेकिन स्मार्ट सिटी को अपनी देन बता रहे हैं। चुनावी लाभ के लिए शिलान्यास कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि उदघाटन के लिए वे बहुत उतावले हैं।
Input : Dainik Jagran