जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि यदि मैं सीएम और पीएम बनने में मदद कर सकता हूं, तो बिहार में युवाओं को मुखिया और एमएलए, एमपी भी बना सकता हूं।

मुजफ्फरपुर के आम्रपाली ऑडिटोरियम में छात्र जद-यू द्वारा आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आगामी पंचायत चुनाव दलगत हो और पंचायतों के साथ-साथ शहरी निकाय चुनावों में भी युवाओं की अधिक से अधिक से भागीदारी हो। इसके लिए युवाओं को राजनीति में आना होगा।

उन्होंने कहा कि हालांकि यह उनका विचार है, लेकिन मुख्यमंत्री भी इससे सहमत है। महिलाओं एवं युवाओं की राजनीति में अधिक से अधिक भागीदारी हो यह नीतीश कुमार की चाहत है। उन्होंने अपने संबोधन में छात्रों को राजनीति के महत्व एवं युवाओं की भूमिका पर टिप्स दिए।

देश युवा हो रहा, पार्लियामेंट बूढ़ा

उन्होंने कहा कि देश युवा हो रहा है, लेकिन पार्लियामेंट बूढ़ा। इसकी चिंता किसी को नहीं है। देश में 48 करोड़ युवा मतदाताओं की संख्या है। 1952 के लोकसभा चुनाव में 40 वर्ष से कम आयु के 26 फीसद सांसद थे। वर्तमान में 40 वर्ष से कम आयु के 7.3 फीसद सांसद है। उक्त आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। देश व समाज के लिए बेहतर नहीं है।

पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं के लिए 50 फीसद सीटें आरक्षित की जा चुकी हैं। 2004 से पहले विधान सभा में महिलाओं की संख्या काफी कम थी। लेकिन इसके बाद इनकी संख्या दोगुनी हुई है। पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी ने दो लाख युवाओं को पार्टी से जोडऩे का लक्ष्य रखा है।50 हजार युवा को जोड़ा जा चुका है। ऐसे युवा जो सांसद, विधायक, मुखिया, जिला पार्षद व जिप अध्यक्ष बनना चाहते हैं। उनकी मदद की जाएगी।

Input : Dainik Jagran

 

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