सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने अपनी कंपनी का नाम बदलकर अब ‘मेटा’ कर लिया है. कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने गुरुवार को इसकी घोषणा की. नाम बदलने को लेकर जानकारी कुछ दिनों पहले ही मिली थी. बहरहाल, हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि कंपनी का नाम क्यों बदला गया.
दरअसल मार्क जकरबर्ग चाहते हैं उनकी कंपनी को केवल एक सोशल मीडिया कंपनी के तौर पर ना पहचाना जाए. कंपनी सोशल मीडिया से आगे बढ़कर मेटावर्स वर्ल्ड की तैयारी कर रही है. इसके लिए कंपनी 10 हजार लोगों को हायर भी करेगी. जो मेटावर्स बनाने में कंपनी की मदद करेंगे. मेटावर्स को आप वर्चुअल रियलिटी के तौर पर समझ सकते हैं.
यानी एक ऐसी दुनिया जहां लोगों की मौजूदगी डिजिटल तौर पर रहेगी. लोग डिजिटली एक दूसरे से मिल सकेंगे. आपको बता दें मेटावर्स पर फेसबुक ही नहीं बल्कि माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियां भी निवेश कर रही हैं. जकरबर्ग काफी पहले से वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी पर भारी निवेश करते आए है.
कुल मिलाकर कहा जाए तो मेटावर्स की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा कर लिया है. कंपनी की यही कोशिश है की लोग अब से फेसबुक कंपनी को केवल सोशल मीडिया कंपनी के तौर पर ना पहचानें. अब नाम बदलने के बाद जल्द ही कंपनी की ओर से कई बड़ी घोषणाएं भी सामने आ सकती हैं.
क्या होगा आप पर असर?
आपको बता दें जो नाम में बदलाव किया गया है वो पेरेंट कंपनी के लिए है. यानी फेसबुक का बतौर कंपनी नाम बदलकर मेटा किया गया है. कंपनी के बाकी प्लेटफॉर्म्स जैसे- फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप को इन्हीं नामों से जाना जाएगा. यानी नाम बदलने से यूजर्स पर सीधे तौर पर कोई असर नहीं होगा.
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