डीएम आलोकरंजन घोष ने बुधवार को एनबीपीडीसीएल अधिकारियाें के साथ बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एलटी फ्यूज उड़ने पर आधे घंटे के अंदर ठीक कर दिया जाए। लगातार शिकायत मिल रही है कि ट्रांसफाॅर्मर का फ्यूज उड़ने पर 3 घंटे बाद लाइन चालू होता है। इस व्यवस्था को बदलिए। उन्हाेंने कहा, ऐसा न करने पर संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों पर सख्त कार्रवाई हाेगी। किसी तकनीकी कारण से कहीं भी बिजली काटी जाती है तो इसकी पूर्व सूचना अखबारों के माध्यम से लाेगाें तक पहुंचाएं। तार बदलने या किसी अन्य काम से पूरे फीडर की बिजली बंद न करें। सिर्फ संबंधित ट्रांसफाॅर्मर की बिजली काटें। कहा- अभी एईएस, चमकी बुखार व हीट वेव का समय है, मानक के अनुरूप आपूर्ति होनी चाहिए। समीक्षा के दाैरान एनबीपीडीसीएल अधिकारियाें ने बताया, 60-65 प्रतिशत उपभोक्ताओं से ही नियमित विद्युत विपत्र की राशि वसूली होती है। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की। कहा, हर माह शत-प्रतिशत राजस्व की वसूली करें। बैठक में कनीय अभियंता ब्रेडा काे निर्देश दिया गया कि सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में विद्युत की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु स्थलीय निरीक्षण कर परियोजना प्रस्ताव, प्राॅक्कलन आदि तैयार कर 3 दिनों में उपलब्ध कराएं। विद्युत कार्यपालक अभियंता, प्रोजेक्ट द्वारा बताया गया कि एग्रिकल्चर फीडर का कार्य-2019 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। सभी विद्युत अभियंताओं को निर्देश दिया गया कि विद्युत संबंधी किसी शिकायत पर तत्क्षण निष्पादन कराना सुनिश्चित करें। सभी शक्ति उपकेंद्रों पर शिकायत पंजी का संधारण अनिवार्य करें। हर माह शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं का मीटर रीडिंग कराना सुनिश्चित करें।
Input : Dainik Bhaskar