श्री दुर्गा पूजा समिति की ओर से बनारस बैंक चौक पर मंडप के बैकग्राउंड में चन्द्रयान -2 का दृश्य दर्शाया जाएगा। चलंत प्रतिमा के माध्यम से रक्तबीज का संहार मां दुर्गा व काली करेंगी। करीब 6 मिनट के दृश्य में दिखाया जाएगा कि अत्याचार बढ़ने पर देवी- देवताओं के आह्वान पर मां दुर्गा राक्षसों का संहार करती हैं।
रक्तबीज नामक राक्षस का वध होने के बाद उसके रक्त से फिर पैदा ले लेता हे। तब मां दुर्गा काली का आह्वान करती हैं। मां काली बड़ा मुंह कर राक्षसों का रक्त मुंह में ले लेतीं और धरती पर गिरने नहीं देती। 12 फीट की मां दुर्गा की स्थायी प्रतिमा , लक्ष्मी, गणेश, कार्तिक, सरस्वती के साथ विराजमान रहेगी। आमगोला के मूर्तिकार बबलू कुमार प्रतिमा बना रहे हैं। कलश स्थापना के दिन शाम में भजन संध्या होगी। सप्तमी को बुंदिया मूंग, अष्टमी को नारियल व नवमी को हलवा का भोग लगेगा। पंडाल की विशेषता
पंडाल की ऊंचाई 20 फीट रहेगी। वही लंबाई करीब 150 फीट होगी।पंडाल से लेकर मंडप तक बिजली के रंग – बिरंगे एलईडी बल्बों से सजावट की जाएगी। रामबाबू पटेल स्टेज की साज – सज्जा करेंगे। आठ सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे। वही समिति के 35 आजीवन सदस्य व्यवस्था की देखरेख में रहेंगे। 40 स्वयंसेवक सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करेंगे।
साल 1997 से होती आ रही पूजा
समिति से जुड़े उमाशंकर प्रसाद बताते है कि यहां साल 1997 से दुर्गा पूजा होती आ रही है। 11 लोगों ने मिलकरशुरूआत की थी। समिति में युवाओं के जुड़ जाने से पूजा के प्रति उत्साह अब और भी बढ़ गया है। छोटे पैमाने की जगह बड़े पैमाने पर धूमधाम से मां दुर्गा का स्वागत होता और कई तरह की सजावट होती है।
हर साल अलग अंदाज में डिजाइनिंग व चलंत प्रतिमा के दृश्य को दिखाया जाता है। चन्द्रयान – 2 के दृश्य को बैंकग्राउंड में दर्शाया जा रहा है। चलंत प्रतिमा से रक्तबीज का संहार दर्शाया जाएगा। -अमरनाथ चौधरी, अध्यक्ष
Input : Live Hindustan