ट्रैफिक के नियमों को तोड़ने पर हमें चालान भरना पड़ता है, लेकिन क्या कभी आपने ऐसी गलती के लिए चालान भरा है, जो आपने की ही न हो? दरअसल ऐसा ही एक वाक्या केरल में रहने वाले गोपा कुमार के साथ हुआ है।
गोपा कुमार का ट्रैफिक पुलिस ने इसलिए चालान काटा, क्योंकि कार चलाते वक्त उन्होंने हेल्मेट नहीं पहना था। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कौन सा नया नियम है, जहां कार में बैठे व्यक्ति को हेल्मेट नहीं पहनने की वजह से चालान भरना पड़ा? तो हम आपको बता दें कि ऐसा कोई भी नियम नहीं है।
कार चलाते वक्त आपको किसी भी हेल्मेट की जरुरत नहीं है। ऐसे में आपके दिमाग में फिर वही सवाल आएगा कि अगर कार में हेल्मेट पहनने का कोई नियम नहीं है, तो ट्रैफिक पुलिस ने गोपा कुमार का चालान क्यों काटा? तो इसका जवाब है- ट्रैफिक पुलिस की गलती।
दरअसल पूरी कहानी समझने के लिए हमें Gopa Kumar के फेसबुक पोस्ट को पढ़ना होगा, जहां उन्होंने अपनी आप बीती बताई है। Gopa Kumar ने अपने फेसबुक पोस्ट में बताया है कि वो अपनी Tata Nexon कार में यात्रा कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोक दिया। हालांकि, उन्हें रोका क्यों गया इसकी उन्होंने कोई भी जानकारी नहीं दी है।
गोपा कुमार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें रुकने पर 100 रुपये का चालान दिया। इस चालान में फाइन का कारण No Helmet बताया गया। गोपा कुमार ने अपने रिसिप्ट की कॉपी को फेसबुक वॉल पर भी पोस्ट किया है। ये घटना केरल के सस्थमकोट्टा की है, जहां पुलिस ने चावारा रोड पर कुमार की Tata Nexon कार को रोका था।
अब अगर गोपा कुमार की घटना को ध्यान से पढ़ा जाए, तो समझना मुश्किल नहीं होगा कि ऐसा हुआ क्यों? दरअसल ट्रैफिक पुलिस की तरफ से जब भी चेकिंग की जाती है, तब वहां कई वाहन मौजूद होते हैं। इनमें बाइक, कार से लेकर बड़ी गाड़ियां भी शामिल होती हैं। ऐसे में गोपा कुमार ने कोई नियम तोड़ा होगा, जिसके लिए पुलिस ने उनका चालान काटा होगा।
हालांकि, उनके पास जो चालान आया, वो वहां मौजूद किसी दूसरे व्यक्ति का हो सकता है। कुमार ने अपनी रिसिप्ट को वहां चेक नहीं किया, इसकी वजह से पुलिस इसे सही नहीं कर पाई।
दरअसल ऐसी कई घटनाएं सुनने को मिलती हैं, जहां पुलिस किसी दूसरे व्यक्ति का चालान किसी दूसरे व्यक्ति को पकड़ा देती है। ऐसी ही एक घटना गोवा में सुनने को मिली थी, जहां Royal Enfield के राइडर को सीट बेल्ट न पहनने के लिए चालान भरना पड़ा था। हालांकि, यह पुलिस की लापरवाही से ज्यादा कुछ नहीं है। ऐसे में अगर कभी आपको चालान भरना पड़े, तो अपनी रिसिप्ट को जरूर अच्छे से पढ़ें।
Input : Dainik Jagran