बिहार कैडर के एक शीर्ष पुलिस पदाधिकारी ने आज में दोपहर अपने दफ्तर में खुद को गोली मार ली. वाकया मणिपुर में हुआ जहां फिलहाल वह पोस्टेड थे. उनकी हालत बेहद गंभीर बतायी जा रही है. मणिपुर के अधिकारियों ने ये जानकारी दी है.
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मणिपुर में हुआ वाकया
मणिपुर में ADG (लॉ एंड आर्डर ) के पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार ने आज अपने दफ्तर में खुद को गोली मार ली. उन्होंने मणिपुर राइफल्स कंपाउंड स्थित अपने कार्यालय में अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर बाहर खडे सुरक्षाकर्मी जब दफ्तर के अंदर घुसे तो एडीजी खून से लथपथ पडे थे. इसके बाद मणिपुर प्रशासन में अफरा-तफरी मच गयी.

आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वाकये की खबर मिलते ही मणिपुर के मुख्य सचिव जे सुरेश बाबू सहित राज्य पुलिस के शीर्ष अधिकारी राज मेडिसिटी पहुंचे हैं, जहां अरविंद कुमार का इलाज चल रहा है.
मुख्य सचिव जे सुरेश बाबू ने बताया कि कुमार की हालत गंभीर है, लेकिन उपचार का उन पर कुछ असर पड़ता नजर आ रहा है. मुख्य सचिव ने बताया कि मणिपुर सरकार लगातार डॉक्टरों के संपर्क में है. जे सुरेश बाबू ने कहा कि फिलहाल उनकी हालत ऐसी नहीं है कि उन्हें इलाज के लिए किसी दूसरी जगह ले जा सके. जैसे ही उनकी हालत में सुधार आयेगा उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा जायेगा.
मणिपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अरविंद कुमार 1993 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं. वे मूल रूप से बिहार कैडर के अधिकारी हैं. इससे पहले वे इंटेलिजेंस ब्यूरो में डिप्टी डायरेक्टर थे. उसके बाद उन्हें मणिपुर भेजा गया था. हालांकि अरविंद कुमार ने केंद्र सरकार से अपने मूल कैडर में वापस भेजने की अर्जी लगायी थी.
मणिपुर सरकार ने कहा है कि फिलहाल इसका कोई अंदाजा नहीं है कि अरविंद कुमार ने ये कदम क्यों उठाया. उनके बातचीत करने लायक होने पर ही कोई जानकारी मिल पायेगी. हालांकि प्रथम दृष्टया ये मामला आत्महत्या की कोशिश का ही प्रतीत हो रहा है.
Input : First Bihar