बावल के एसडीएम रविंद्र कुमार की फेसबुक आइडी को हैक करने वाले हैकर्स बिहार के हैं। साइबर जांच में यह बात सामने आई है। बिहार के हैकर्स पर शिकंजा कसना पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती है। पिछले एक महीने के दौरान फेसबुक आइडी हैक करने के दस मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में ही यह पूरी तरह साफ हो गया है कि यह खेल बिहार व झारखंड से खेला जा रहा है। ऐसे में पुलिस सबको सावधान कर रही है कि वे किसी को भी बिना जानकारी जुटाए मदद के नाम पर पैसे न दें।
बावल एसडीएम रविंद्र कुमार की फेसबुक आइडी को अक्टूबर माह में हैक कर लिया गया। शातिर व्यक्ति द्वारा पहले उनके दोस्तों के पास फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई, फिर उनसे आर्थिक मदद करने की अपील की गई है। उनके दोस्तों को इस बात पर संदेह हुआ तो उन्होंने एसडीएम रविंद्र कुमार से बातचीत की। एसडीएम ने जांच की तो पता लगा कि उनके नाम पर फर्जीवाड़ा कर ठगी की जा रही है। बावल थाना पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
कई लोगों को लगा चुके हैं चूना
जांच में सामने आया है कि बिहार से उनकी आइडी हैक की गई। यह कोई पहला मामला नहीं था। इससे पहले मार्च माह में शहर निवासी एक युवती के नाम का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से आर्थिक मदद मांगने का मामला सामने आया था। शातिर युवक ने युवती के एक्सीडेंट में घायल होने तथा आर्थिक रूप से कमजोर होने का झांसा देकर मदद मांगी थी। कई लोगों ने फेसबुक पर दिए गए बैंक अकाउंट में पैसे भी जमा करा दिए थे।
हैकर्स के खाते में ही जाते हैं सीधे पैसे
फेसबुक आइडी हैक करके आर्थिक मदद मांगी जाती है। हैकर्स खाता नंबर देते हैं जो उनके द्वारा ही खुलवाया गया होता है। खाते में जैसे ही नकदी आनी शुरू होती है तो हैकर्स ऑनलाइन उसकी निकासी शुरू कर देते हैं।
फेसबुक आइडी हैक करके साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है।
हंसराज (डीएसपी हेडक्वार्टर) के मुताबिक, हमारी साइबर सेल लगातार जांच में जुटी है। शीघ्र ही आरोपितों को पकड़ेंगे। लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है। फेसबुक पर मदद मांगने वालों को पैसे देने से पूर्व वेरीफाई अवश्य करें। जागरूक होकर ही इस प्रकार की ठगी से बचा जा सकता है।
Input : Dainik Jagran