गुरूवार की देर रात पटना समेत सभी जिलों की पुलिस लाइनों में छा’पेमारी से ख’लबली म’च गई.
पुलिस लाइन के अंदर जिलों के एसपी खुद सीनियर ऑफिसर्स के साथ पहुंचे और छापेमारी की. मकसद था शराब या शराबी पुलिस वालों की तलाश करना. रेड के दौरान पटना पुलिस लाइन परिसर में शराब की दो दर्जन से अधिक खाली बोतलें मिलने की सूचना है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
बता दें कि अचानक से रात में बड़े साहब को देख पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया. पटना पुलिस लाइन में भी जब एसएसपी उपेन्द्र शर्मा तीन सिटी एसपी के साथ पहुंचे तो पुलिस लाइन में तैनात पुलिसकर्मियों में कानाफूसी शुरू हो गई. छापेमारी के दौरान सिटी एसपी (सेंट्रल) विनय तिवारी, सिटी एसपी (ईस्ट) जितेंद्र कुमार, सिटी एसपी (वेस्ट) अशोक मिश्रा व ग्रामीण एसपी केके मिश्रा भी शामिल थे.
दरअसल बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर ही एसएसपी पुलिस लाइन में शराब की तलाशी करने पहुंचे थे. सवाल यही है कि जिस पुलिस पर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की जिम्मेवारी है उसी पुलिस के यहां शराब की खोज के लिये तलाशी होना बड़ी बात है, लेकिन बिहार पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों की नजर में यह अजूबा नही है.
पुलिस लाइन से हो चुकी है बरामदगी व गिरफ्तारी
पूर्व में पुलिस लाइन परिसर से शराब के स्टॉक की बरामदगी या शराबी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पिछले वर्ष पटना पुलिस लाइन में शराब के नशे में पुलिस मेंस एसोसिएशन के कुछ प्रतिनिधियों को गिरफ्तार किया गया था. तीन दिन पहले ही पटना पुलिस लाइन से एक महिला सिपाही (बेतिया में पोस्टेड) के बेटे को शराब की 32 बोतलों के साथ गिरफ्तार किया गया था.
Input : Live Cities