– पूरे देश के साथ – साथ बिहार भी इस महामारी का दंश झेल रहा है, बिहार में लेकिन कोरोना मरीजों को लेकर चौकाने वाली बातें सामने आ रही है, दरअसल बिहार में मिलने वाले 9 मरीजों में से 6 मरीज़ का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है, अलग अलग जगह पर मिले आंकड़ो में अब तक कोविड 19 पॉजिटिव ज़्यादातर वहीं लोग पाये जा रहे थे, जिनका ट्रेवेल हिस्ट्री है लेक़िन बिहार में ये चीजें अलग दिख रही है, अबतक मिले 9 पॉजीटिव मरीज़ में 6 मरीज़ का ट्रेवल हिस्ट्री नहीं होने की बात सामने आयी है, जो बेहद ही चौकाने और चिंता वाली बात है, ये बिहार में इस महामारी के लिये निगेटिव सिम्बल है.

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वहीं यह बीमारी बिहार में 40 वर्ष के कम लोगो को अपने चपेट में ली है, जहाँ तक अन्य देशों में ये ज्यादातर सीनियर सिटीजन को अपने क़ब्ज़े में ले रही थी, बिना ट्रेवल हिस्ट्री वाले लोगो का बिहार में मिलना बेहद ही चिंता का विषय है.

कोरोना वायरस के तीसरे स्टेज में कोरोना के पॉजिटिव मामलें उन लोगो मे भी मिलना शुरू हो जाते है जिनका प्रभावित एरिया का ट्रेवल हिस्ट्री ना रहा हो, और बिहार में 70 प्रतिशत ऐसे ही मामले मिले है, कोरोना का तीसरा स्टेज बहुत घातक है इस स्टेज में इस वायरस के पहुचते ही अनगिनत लोग इसके गिरफ्त में आ सकते है, बिहार वालो को अधिक होशियार और अधिक सज़ग होने की आवश्यकता है, क्योंकि ये संकेत चिंता का विषय है.

ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि हमे सजगता के साथ लॉकडाउन का समर्थन करना है और लॉकडाउन का पालन करना है, लॉकडाउन की स्थिति में हमें बाहर ना निकलना है बिहार में बहुत जगहों पर लोग इस लॉकडाउन को हल्के में ले रहे है जो लोग इसे नजरअंदाज कर रहे है उन्हें ध्यान रहे परिस्तिथि भयावह हो सकती है, ऐसे में हर हाल में जरूरी है सरकार द्वारा दीये जा रहे निर्देशो का हर हाल में पालन हो.

Abhishek Ranjan Garg

अभिषेक रंजन, मुजफ्फरपुर में जन्में एक पत्रकार है, इन्होंने अपना स्नातक पत्रकारिता...