बिहार में कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. कोविड-19 की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इस मीटिंग में उन्होंने अपने अधिकारियों को 5 महत्वपूर्ण टास्क सौंपा है. जिसमें प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल के अनुसार रोजगार मुहैया करने की बात कही गई है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संकट से जूझ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ा एलान किया है. नीतीश ने श्रमिकों और प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल के अनुसार रोजगार देने को कहा है. मुख्यमंत्री ने उधोग विभाग को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि चुनौती को अवसर के रूप में स्वीकार करते हुए प्रवासी मजदूरों को नौकरी दी जाये. इसके लिए उधोग विभाग अन्य नए कार्य शुरू कर प्रवासियों को स्थायी रोजगार दे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के स्किल का राज्य के अर्थव्यवस्था में सकारात्मक योगदान हो सकता है. इसके साथ ही सभी गरीब परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने की भी बात कही गई है. सरकार ने किसानों को त्वरित राहत पहुंचाने और उनकी फसल क्षति की भरपाई के लिए कृषि इनपुट अनुदान का शीघ्र वितरण करने को निर्देश दिया है.

सीएम नीतीश ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के योग्य ने लाभुकों को पेंशन की शीघ्र स्वीकृति और राशि का अंतरण करने का निर्देश दिया गया है. कोरोना संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग की व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही है. एक दिन में कम से कम 10 हजार टेस्ट की व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को कहा है. इसके साथ ही आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की समुचित व्यवस्था करने की बात कही गई है.

Input : First Bihar

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