भारतीय मूल के दो सदस्यों ने ब्रिटेन की हाउस ऑफ कॉमन्स में भगवद गीता की शपथ लेकर सबको चौका दिया है. ब्रिटिश कैबिनेट मंत्री आलोक शर्मा और ट्रेजरी के मुख्य सचिव ऋषि सनक ने हाल ही के वर्षों में ब्रिटिश संसद में बढ़ती विविधता को दर्शाते हुए मंगलवार को नए हाउस ऑफ कॉमन्स में संसद सदस्यों के रूप में भगवत गीता पकड़कर शपथ ली.
आगरा में जन्मे 52 वर्षीय शर्मा अंतर्राष्ट्रीय विकास सचिव हैं. जबकि 39 वर्षीय सुनक इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद हैं, उन्हें तीसरी बार रिचमंड, यॉर्कशायर से चुना गया. गीता की एक प्रति के साथ शर्मा और सुनक ने शपथ ली और कहा “मैं (सदस्य का नाम) सर्वशक्तिमान ईश्वर की कसम खाता हूं कि मैं महामहिम रानी एलिजाबेथ, उनके उत्तराधिकारियों और उत्तराधिकारियों के अनुसार, सच्चा विश्वास और सच्ची निष्ठा रखूंगा. इसलिए भगवान मेरी मदद करें.”
हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य ताज के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हैं. सांसदों द्वारा उपयोग किए जा सकने वाले पवित्र ग्रंथों की कोई निर्धारित सूची नहीं है. ब्रिटेन में सदस्य तय करते हैं कि उन्हें कौन सा पाठ पसंद है. गुरुवार के चुनाव में चुने गए हाउस ऑफ कॉमन्स ब्रिटिश इतिहास में जातीय अल्पसंख्यक समुदायों से सबसे अधिक लोग चुने गए हैं जो ब्रिटिश इतिहास में सबसे ज्यादा हैं. इनमें 65 अश्वेत है, जिनमें भारतीय मूल के 15 शामिल हैं. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन सहित अधिकांश सदस्यों ने बाइबिल के साथ शपथ ली.
Input : Catch News