भारत ने पड़ोसी देश के साथ रिश्‍तों में क’ड़वाहट के बाद भी वुहान में फं’से पाकिस्‍तानी छात्रों की मदद को लेकर विचार करने की बात कही है. हालांकि, यह साफ कर दिया गया है कि पाकिस्‍तान (Pakistan) के आग्रह के बाद ही छात्रों की मदद की जाएगी. भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से कहा गया है कि को’रोना वा’यरस के फै’लने के बाद अगर पाकिस्‍तान चीन के वुहान (Wuhan) में फं’से अपने नागरिकों को निकालने का आग्रह करेगा तो इस पर विचार जरूर किया जाएगा. इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने वुहान से भारतीयों को सु’रक्षित निकालने के अभियान को जटिल बताते हुए चीन की तरफ से मिले सहयोग की तारीफ की है.

MEA ने कहा- पाकिस्‍तान के आग्रह पर जरूर किया जाएगा विचार

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार (Raveesh Kumar) ने गुरुवार को कहा कि भारत ने दो उड़ानों के जरिये चीन से 640 भारतीयों और मालदीव के 7 नागरिकों को सुरक्षित निकाला. इस दौरान उनसे जब पूछा गया कि चीन में फंसे कुछ पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत सरकार (Indian Government) से मदद की अपील की है तो क्या इस पर पड़ोसी देश के साथ कोई चर्चा हुई है. इस पर रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है. अगर ऐसी स्थिति बनती है तो इस पर जरूर विचार किया जाएगा.

पाक के स्‍टूडेंट्स के वायरल हो रहे वीडियो की रवीश को दी जानकारी

दरअसल, जब रवीश कुमार को चीन के वुहान शहर में फंसे लोगों को लेकर सवाल-जवाब के दौरान बताया गया कि वहां फंसे पाकिस्तानी स्टूडेंट (Pakistani Students) ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे हैं. वीडियो में स्‍टूडेंट्स कह रहे हैं कि अगर पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) हमें नहीं ले जा रही है तो भारत सरकार हमारी मदद करे. तो क्या भारत सरकार इस पर किसी तरह का विचार कर रही है. इस पर रवीश कुमार ने कहा, ‘फिलहाल तो पाकिस्तान की तरफ से ऐसा कोई आग्रह हमारे पास नहीं आया है. अगर ऐसी स्थिति बनती है तो हम इस पर जरूर विचार करेंगे.

चीन के लोगों को दिए गए सभी मौजूदा ई-वीजा अब वैध नहीं हैं

कोरोना वायरस की वजह से चीन से आने वाले लोगों के लिए ई-वीजा (E-Visa) पर अस्थायी तौर पर रोक पर कुमार ने कहा कि पाबंदियां सिर्फ चाइनीज मेनलैंड के लिए हैं. चीन के लोगों को दिए गए सभी मौजूदा ई-वीजा अब वैध नहीं हैं. इसी तरह जो नॉर्मल वीजा इश्यू हुए हैं, वे भी अब वैलिड नहीं हैं. भारत आना बहुत ही जरूरी होने की स्थिति में लोग हमारे दूतावास या नजदीकी कॉन्सुलेट से संपर्क कर वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चीन के बीच कॉमर्शियल फ्लाइट्स पर सरकार की तरफ से कोई प्रतिबंध नहीं है. एयरलाइन कंपनियां जमीनी स्थिति का आकलन करते हुए इस बारे में खुद फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं.

Input : News18

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