पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने एक नया कदम उठाते हुए भारतीय वायुसेना के अज्ञात पायलटों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने ये FIR एयर स्ट्राइक के बाद जंगल में गिरे पेड़ों को लेकर की है। पाकिस्तानी अखबार ‘द ट्रिब्यून’ के मुताबिक पाकिस्तान के वनविभाग ने भारतीय वायुसेना के कुछ पायलटों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है, जिसमें 19 पेड़ों को नुकसान पहुंचाने को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
– 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पीओके में जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करते हुए बम बरसाए थे। भारत सरकार ने इस कार्रवाई में करीब 300 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था। हालांकि पाकिस्तान का कहना था कि भारत के बम जंगल में गिरे थे, जिनकी वजह से कई पेड़ों को नुकसान पहुंचा था।
– अब भारतीय वायुसेना की इसी कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान के वनविभाग ने शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के कुछ पायलटों के खिलाफ केस दर्ज कराया। शिकायत के मुताबिक अज्ञात पायलटों ने पाकिस्तान में घुसकर 19 पेड़ों को नुकसान पहुंचाया।
– इस बारे में पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री मलिक अमीन असलम ने कहा कि भारतीय विमानों ने फोरेस्ट रिजर्व में बमबारी की, सरकार इससे पर्यावरण को हुए नुकसान का पता लगा रही है। उन्होंने कहा कि, जो कुछ भी वहां हुआ वो पर्यावरणीय आतंकवाद है।
– बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के वन मंत्री ने इसे मामले को लेकर सरकार का आधिकारिक बयान जारी करते हुए पेड़ गिराने के मसले को संयुक्त राष्ट्र तक लेकर जाने की बात कही थी। साथ ही भारत के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज कराने की बात भी कही थी।
– पाकिस्तान ने भले ही एयर स्ट्राइक से कोई नुकसान ना होने की बात कही हो, लेकिन भारतीय वायुसेना ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उनके 80 प्रतिशत निशाने सटीक रहे, जिसमें जैश को काफी नुकसान पहुंचा। वायुसेना ने अपनी रिपोर्ट में सरकार को हाई रिजोल्यूशन तस्वीरें भी सौंपी थीं।
बम वाली जगह पर मीडिया को जाने से रोक रहा पाकिस्तान
– एक तरफ पाकिस्तान, भारत की कार्रवाई से कोई नुकसान ना होने की बात कह रहा है, तो वहीं दूसरी ओर वो बालाकोट में उन ठिकानों पर अब भी मीडिया को जाने से रोक रहा है जहां एयर स्ट्राइक की गई थी।
– पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने गुरुवार को एक मीडिया एजेंसी की टीम को उस मदरसे और आसपास की इमारतों तक जाने से रोक दिया, जहां 26 फरवरी को भारतीय लड़ाकू विमानों ने हवाई हमले किए थे।
– भारत की कार्रवाई के बाद से ये तीसरा मौका है जब अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के पत्रकारों ने इस क्षेत्र का दौरा किया। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं की बात कहते हुए उन्हें वहां जाने से रोक दिया।
Input : Dainik Bhaskar