हरिसभा चौक से कुछ कदम की दूरी पर हरिसभा छावनी स्थित राहुल सिंह के नाइट गार्ड पंकज सहनी की मंगलवार की रात 11 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। मकान मालिक राहुल सिंह का दावा है कि पंकज उनका नाइट गार्ड है। जमीन विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया है, जबकि स्थानीय लोग पूरे मामले को जुआ- सट्टा के अड्डा से जोड़कर देख रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि दिवाली के समय भी वहां गोलीबारी हुई थी। वहां जुआ- सट्टा का अड्डा चलता है। घटना के संबंध में राहुल सिंह का कहना है कि उनका अपने सगे चाचा राघवेंद्र सिंह से 2 कट्ठा 13 धुर जमीन का कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। चाचा राघवेंद्र सिंह सीतामढ़ी में रहते हैं। उनका पुत्र मर्डर केस में जेल भी गया हुआ है। जनवरी में चाचा ने कॉल कर जमीन खाली करने की धमकी दी थी।
इस बाबत मिठनपुरा थाना में चाचा के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। दो माह पहले चाचा के ही इशारे पर कच्ची पक्की के अपराधी बृजेश उर्फ लालू व मिस्काट के प्रिंस ने रंगदारी की डिमांड करते हुए हाथापाई की थी। इन दोनों घटनाओं के बाद अहियापुर थाना क्षेत्र के छींटभगवतीपुर के रहने वाले पंकज कुमार को बतौर नाइट गार्ड रख लिए। मंगलवार की रात मिठनपुरा के एक रेस्टोरेंट में थे। इसी दौरान पत्नी का कॉल आया कि अपराधियाें ने गेट पर आकर पंकज को गोली मार दी है। मौके पर पहुंचे और खून से लथपथ पंकज काे अस्पताल ले गए। वहां से उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
राहुल ने कहा- मेरी हत्या करने आए थे अपराधी
राहुल सिंह का दावा है कि चाचा ने मेरी हत्या करने के लिए अपराधियों को भेजा था। मेरे नहीं रहने पर नाइट गार्ड को गोली मारी गई। राहुल से पहले न्यूज़ एजेंसी चलाते थे, जो कोरोना काल में बंद हो गया। मिठनपुरा थानेदार भागीरथ प्रसाद का कहना है कि अब तक जो बयान आया है उसके मुताबिक जमीन विवाद में इस घटना को अंजाम दिया गया है।
Source : Dainik Bhaskar
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