विशेष निगरानी इकाई यानी स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में बड़ी कार्रवाई करते हुए समस्तीपुर के सब रजिस्ट्रार मणि रंजन के तीन ठिकानों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की. छापेमारी के दौरान 60 लाख रुपये नगदी के अलावा करोड़ों रुपए की संपत्ति की जानकारी मिली. मणि रंजन 2010 में सरकारी सेवा में आए थे और 2 साल की प्रशिक्षण अवधि को अगर छोड़ दिया जाए तो केवल 9 साल में सेवा काल में इन पर करोड़ों की अवैध कमाई का आरोप लगा है.
मणि रंजन की अवैध कमाई के तमाम सबूत जुटाने के बाद स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने 16 दिसंबर को उनके खिलाफ अपने ही थाने में एक करोड़ 62 लाख की अवैध संपत्ति अर्जित करने को लेकर पीसी एक्ट और आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. निगरानी की विशेष अदालत से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार को पटना के अलावा मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में इनके ठिकानों पर छापेमारी की गई.
स्पेशल स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने पटना आवास से 46 लाख रुपए नगद 32 लाख के फ्लैट के दस्तावेज पत्नी सुनीता के नाम पर 5.5 लाख मूल्य का एक प्लॉट, 1.5 करोड़ रुपए मूल्य की जमीन का एक प्लॉट ससुर के नाम पर एक फ्लैट और इसके अलावा लाखों के जेवरात, फिक्स्ड डिपॉजिट, एलआईसी और रियल एस्टेट में निवेश के दस्तावेज मिले हैं.
समस्तीपुर में छापेमारी के दौरान डेढ़ लाख नगद, 8 लाख जमा होने के कागजात 5 गाड़ियां, स्कॉर्पियो टाटा मांजा होंडा अमेज टाटा नेक्सन कार भी मिली है. मुजफ्फरपुर आवास से 12 लाख रुपए नगद ब्रह्मपुरा में करोड़ रुपए मूल्य के 21 कमरों का होटल के अलावा पारस मॉल में 22 लाख रुपए की दुकान जिसमें 2 सैलून के साथ ही जग्गू शाह के नाम पर चल रही है. कटिहार में तीन प्लॉट और तीन दुकानों के कागजात भी जब्त किए गए हैं. स्पेशल बिजनेस यूनिट की टीम सब रजिस्ट्रार की इतनी भारी संपत्ति देखकर हैरत में पड़ गई है.
Source : News18
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