भगवान कृष्ण का मथुरा और वृंदावन से गहरा नाता रहा है। मथुरा में भगवान कृष्ण का जन्मस्थल है तो वहीं बरसाना में राधारानी का जन्म हुआ था। वृंदावन के कण-कण में कृष्ण और राधा का प्रेम बसा हुआ है। यहां की यात्रा करने से आध्यात्मिक सुकून तो मिलता ही है, लोग खुद को पॉजिटिव एनर्जी से भरा हुआ भी महसूस करते हैं।
मथुरा और वृंदावन आध्यात्मिक स्थल होने के साथ-साथ देसी और विदेशी पर्यटकों को भी खूब आकर्षित करता है। यहां के प्राचीन मंदिर और यहां की संस्कृति अमूल्य धरोहर हैं। यहां के प्रमुख मंदिरों में गोविन्द देव मंदिर, रंगजी मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, बांकेबिहारी मंदिर और इस्कॉन मंदिर। वहीं मथुरा जिला में भगवान कृष्ण जन्मस्थान, गोकुल, बरसाना और गोवर्धन जैसे पवित्र स्थान हैं।
भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था, लेकिन उनका पालन गोकुल में हुआ था। यशोदा ने श्रीकृष्ण का पालन उनके मामा कंस की नजर से दूर चोरी छिपे किया गया था। श्रीकृष्ण की सहचरी राधारानी बरसाना में रहती थीं, जहां आज भी होली के अवसर पर लट्ठमार होली धूम धाम से खेली जाती है। गोवर्धन में श्रीकृष्ण ने स्थानीय निवासियों को वर्षा के देवता इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी ऊंगली पर उठा लिया था।
मथुरा जिला में भगवान कृष्ण से जुड़े दर्शनीय स्थल
कृष्ण जन्मस्थान मंदिर, कंस का किला, बरसाना, गोकुल नंदगांव (नंदग्राम), विश्राम घाट, द्वारकाधीश मंदिर, मथुरा का संग्रहालय
वृंदावन के दर्शनीय स्थल
मदन मोहन मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, श्री राधा रमण मंदिर, रंगाजी मंदिर, गोविंद देव मंदिर, इस्कॉन मंदिर
खान-पान के लिहाज से भी शानदार है मथुरा और वृंदावन
मथुरा में आपको समोसा-कचोरी, पूरी-आलू, जलेबी, खामन, ढोकला, पोहे, टमाटर चाट, दूध से बने पकवान, लस्सी, पेड़ा, खोया मिठाई, सोएं पापड़ी और घेवर जैसे लजीज व्यंजन खाने को मिलेंगे तो वहीं वृंदावन के पेड़े, लस्सी और चाट का स्वाद आप कभी नहीं भूलेंगे।
कैसे पहुंचें मथुरा
मथुरा उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है। यह देश के प्रमुख शहरों दिल्ली, आगरा, मुंबई, जयपुर, ग्वालियर, हैदराबाद, चेन्नै, लखनऊ और अन्य स्टेशनों से रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। मथुरा जंक्शन और मथुरा कैंट प्रमुख रेलवे स्टेशन है। वहीं आप सड़क मार्ग से भी नेशनल हाइवे के जरिए यहां पहुंच सकते हैं।
Input : Amar Ujala