असम : गुरुवार को असम के नगांव में ‘महा मृत्युंजय’ मंदिर के ‘महायज्ञ’ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महामृत्युंजय मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया। इसके बाद वह नगांव के बोरडोवा सत्र गए और बोरडोवा में ही जनसभा को संबोधित किया। ‘महा मृत्युंजय’ मंदिर को दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर माना जाता है और यहां 126 फीट ऊंचा शिवलिंग है।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘नगांव (असम) के महामृत्युंजय मंदिर में 126 फीट ऊंचे शिवलिंग के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने का परम सौभाग्य मिला। आज श्री भृगुगिरी जी महाराज के संकल्प की प्रतिपूर्ति हुई है। मैं महादेव से सभी देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य व खुशहाली की प्रार्थना करता हूं अमित शाह बुधवार आधी रात को ही गुवाहाटी पहुंच गए थे। वे मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव’ में शामिल होने के लिए नगांव पहुंचे, जहां तमिलनाडु और असम समेत कई राज्यों के पुजारी जिले के पुरनीगुदाम में 11 दिवसीय महायज्ञ कर रहे हैं।
यहीं प्राण प्रतिष्ठा के पीछ की वजह
पुराणों के अनुसार इस भूमि पर दैत्य गुरु शुक्राचार्य ने महामृत्युंजय विद्या का आविष्कार किया था। उसी भूमि पर लगभग 126 फीट ऊंचे शिवलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा होना गर्व की बात है।उन्होंने कहा कि बहुत तीर्थाटन करने के बाद भृगु गिरी जी महाराज ने इस स्थान को चुना था। यहीं पर उन्होंने महामृत्युंजय मंदिर के निर्माण की कल्पना की थी।
कहते हैं जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा हो, महादेव के दर्शन मात्र से वो सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। देवों के देव- महादेव भक्तों के दुखों के साथ काल को भी हर लेते हैं और देते हैं मोक्ष का वरदान देते हैं। वैसे भी यह माना जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र का सस्वर पाठ से व्यक्ति की सभी नकारात्मकता साफ हो जाती है। इस मंत्र को अत्यंत शक्तिशाली और प्रभावी माना जाता है यह बीमारी, भय, और दूसरे बुरे प्रभावों को मिटाता है।
126 फीट ऊंचे शिवलिंग प्रतिष्ठा के साथ 126 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव की तैयारी
‘महामृत्युंजय’ मंदिर में ‘महायज्ञ’ में शामिल होने के बाद अमित शाह ने कहा, ‘असम में 5 साल पहले शुरू हुई भाजपा की यात्रा तब तक जारी रहेगी, जब तक असम समेत पूर्वोत्तर क्षेत्रों के सभी राज्य देश की जीडीपी में सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्य नहीं बन जाते। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह यात्रा आरंभ की थी, जिसे मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा आगे लेकर गए। असम में कुल 126 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं।
इस तरह यह मंदिर आने वाले समय में असम के विकास और यहां के लोगों के लिए यह मंदिर समृद्धिकारक होगा।जिस भी भूमि पर शिव जी की प्राण प्रतिष्ठा होती है वो भूमि जन्मजन्मातर के लिए पूज्यनीय हो जाती है। दुनिया सबसे बड़ा महामृत्युंजय मंदिर असम के लइ सुखद संदेश दे रहा है।
Input : News Track