कोरोना तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग काफी प्रयासरत है। इसी क्रम में सदर अस्पताल में जिले के सभी प्रखंडों से तीन जीएएनएम को कोविड पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिसमें खास कर बच्चों के लिए इलाज के प्रबंधन एवं नियमों के बारे में बताया जा रहा है। केयर डीटीएल सौरभ तिवारी ने कहा कि तीसरी लहर के मद्देनजर सोमवार को प्रत्येक प्रखंड से तीन जीएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वहीं इसके बाद प्रत्येक प्रखंड से 9 एनएनएम तथा 3 डॉक्टरों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण से मिलेगी राहत
सौरभ तिवारी ने कहा कि तीसरी लहर की संभावनाओं के बीच विभाग बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर है। जिसके तहत प्रत्येक पीएचसी से तीन डॉक्टरों को बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि जब बच्चे कोविड से संक्रमित हो जाएं तो उनकी स्थिति को नियंत्रित की जा सके। एसओपी में कहा ही गया है कि अगर तीसरी लहर आने पर प्रत्येक मरीज को स्टेबल करने पर ही उसे अन्य कहीं रेफर किया जाय।
प्रत्येक पीएचसी को किया गया है सतर्क
कोविड की तीसरी लहर पर प्रत्येक पीएचसी और सीएचसी को सचेत किया गया है। वहां पहले से ही 10 बेड के पीआइसीयू वार्ड बना दिए गए हैं। जिसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर तथा सक्सेसर मशीन भी रखी गयी है। वहीं प्रत्येक चिकित्सा पदाधिकारी को कोविड में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की उपलब्धता प्रचूर मात्रा में रखने को कहा गया है। साथ ही मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत करने की बात कही गयी है।
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए:
बार-बार हाथ धोएं. हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें.
अगर कोई खांस या छींक रहा है, तो उससे उचित दूरी बनाए रखें.
शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो, तो मास्क लगाएं.
आंखें, नाक या मुंह को न छुएं.
खांसने या छींकने पर नाक और मुंह को कोहनी या टिश्यू पेपर से ढक लें.
अगर आप ठीक नहीं महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें.
अगर आपको बुखार, खांसी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं.