बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पारू प्रखंड के बैजलपुर निवासी ब्लैक फंगस के 39 वर्षीय संदिग्ध रोगी जियालाल साह की मौत शनिवार को एसकेएमसीएच में हो गई। कोविड पॉजिटिव जियालाल साह का इलाज पहले शहर के एक निजी अस्पताल में हुआ, जहां से उसे आईजीएमएस रेफर कर दिया गया था। आईजीएमएस ने ब्लैक फंगस से उसके मौत की पुष्टि नहीं की है व रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियएक अरेस्ट बताया गया है। परिजनों का कहना है कि रोगी में ब्लैक फंगस के तमाम लक्षण थे, लेकिन डॉक्टर ने उसका कोई जिक्र ही नहीं किया है।
39 वर्षीय जियालाल साह के पिता रामाधार साह ने पांच साल पहले ही उसे एक किडनी दी थी। पांच साल से वह स्वस्थ चल रहा था कि लेकिन करीब 10दिन पहले उसे खांसी, कफ व बुखार की शिकायत आई। जांच में उसे कोविड पॉजिटिव पाया गया, इसके बाद उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान उसकी दोनों आंखें सूज गई और सिर के अलावा शरीर का एक हिस्सा सुन्न हो गया। इसके बाद तीन दिन पूर्व निजी अस्पताल ने उसे आईजीएमएस रेफर कर दिया।
आईजीएमएस में बेड न मिलने पर पहले उसका इलाज बरामदे पर ही शुरू हुआ व स्थिति गंभीर होने के बाद उसे वेंटीलेटर पर ले जाया गया। शनिवार को जियालाल साह ने इलाज के क्रम में ही दम तोड़ दिया। पिता रामाधार साह ने बताया कि जियालाल साह कोविड पॉजिटिव था व ब्लैक फंगस का शिकार हो गया था। हालांकि आईजीएमएस से मिले डेथ सर्टिफिकेट में मृत्यु का कारण कार्डिएक अरैस्ट बताया गया है व उसमें न तो कोविड और न ही ब्लैक फंगस का जिक्र किया गया है।
Input: live hindustan