मुजफ्फरपुर में कोरोना से मृत लोगों के सभी स्वजनों या आश्रितों को अनुदान के चार लाख रुपये मिलने में कई पेच फंस रहे हैं। एक तो कोरोना से मृत लोगों की सूची में शामिल दर्जनों लोगों के बारे में पता ही नहीं चल पा रहा। वहीं कई लोग ऐसे हैं जो कागजात उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। इसमें से एक नाम कल्याणी की गुड़िया देवी का है। कोरोना से मृत लोगों की सूची में उनके पति सुरेश साह का भी नाम है। एसकेएमसीएच में एक मई को उसकी मौत कोरोना से हो गई थी।
मुशहरी सीओ की पड़ताल में यह बात सामने आई कि गुड़िया देवी भिक्षाटन कर जीवन-यापन करती हैं। उनकी ऐसी स्थिति नहीं कि अनुदान के लिए आवश्यक कागजात भी उपलब्ध करा सकें। सीओ ने अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन को यह रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी है।
आधार कार्ड पंजाब का, नाम जिला की सूची में : सीओ की रिपोर्ट के अनुसार मृतक की सूची में एक नाम हेनरी शेरा का भी है। पड़ताल में उनका आधार कार्ड पंजाब का निकला। इसके अलावा भीखनपुर पंचायत के दर्जनभर से अधिक व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी इस बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं। साथ ही अघोरिया बाजार, मालीघाट, मिठनपुरा, अहियापुर, नगर थाना क्षेत्र के भी सूची में शामिल लोगों के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है।
सूची में मृत के जीवित मिलने का सिलसिला भी जारी
सीओ ने सूची में दर्ज 64 मृत लोगों की रिपोर्ट भेजी है। इसमें दो और ऐसे नाम हैं जो जीवित हैं। उर्मिला देवी के दिए पते पर जांच की गई तो वह जीवित पाई गईं। इसके अलावा अभिषेक कुमार को भी जीवित पाया गया। इससे पहले भी मृतक की सूची में शामिल चार लोग जीवित पाए गए थे। सूची में इतनी विसंगतियों से आपदा प्रबंधन विभाग को मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी चार-चार लाख रुपये का अनुदान कोरोना से मृत व्यक्ति के स्वजन या आश्रित को देने में कठिनाई हो रही है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ नाम गलत मंशा से भी शामिल कर दिए गए होंगे।
Source : Dainik Jagran
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