बिल्डिंग बायलाज का उल्लंघन करने वाले फायर आडिट में पकड़े गए तो उनके भवनों को सील कर दिया जाएगा। राज्य अग्निशमन पदाधिकारी सह होमगार्ड डीजी शोभा अहोतकर के आदेश के बाद सोमवार से बहुमंजिली इमारतों की जांच शुरू कर दी गई। जिला अग्निशमन पदाधिकारी संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में 50 फीसद बहुमंजिली इमारतें ऐसी जगहों पर बनी हुई है, जहां आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच सकती। उन्होंने रमना स्थित रज्जू साह लेन स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट की जांच की। इस दौरान पता चला कि चार तल वाले इस अपार्टमेंट करीब तीन दर्जन परिवार के लोग रहते हैं। अपार्टमेंट में बिजली का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, जबकि फायर का कोई सिस्टम नहीं पाया गया। एक काफी पुराना छोटा अग्निशमन यंत्र लगा मिला। मिक्स्ड टेक्नोलाजी का न कोई अग्निशमन यंत्र लगा है और न पानी फव्वारे की कोई मशीन। उन्होंने अपार्टमेंट के अध्यक्ष को फटकार लगाई। फायर आफिसर ने कहा कि उनको नोटिस भेजा जा रहा है, जवाब नहीं देने पर सरकार को लिखा जाएगा। डीएम के आदेश पर भवन को सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
- बहुमंजिली इमारतों की जांच शुरू 50 फीसद इमारतों तक आपात स्थिति में नहीं पहुंच सकतीं फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
फायर के नए कानून से हड़कंप : फायर एनओसी लेने के लिए भवन स्वामी को कोर्ट से शपथपत्र बनाना होगा।
Source : Dainik Jagran
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