मुजफ्फरपुर में पुलिस के कार्यप्रणाली पर लगातार प्रश्न उठ रहे है. ज़िले में आए दिन हत्या, लूट व छिनतई जैसी घटना घट रही है. अपितु पुलिस अपराधियो पर लगाम लगाने में विफल है. वही अब तो पुलिस को बंधक भी बना लिया जा रहा है. ताज़ा मामला ज़िले के बोचहां थाना क्षेत्र का है.
रविवार को गलत सूचना पर बोचहाँ थाना पुलिस घर में शराब के लिए छापेमारी करनें गई थी. जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए.स्थानीय लोगो ने करीब तीन घंटे से अधिक समय तक पुलिस को बंधक बनाया. थाना के दारोगा विवेकानंद सिंह और सहायक थाना प्रभारी माया शंकर सिंह को घेरा. आक्रोशीत लोगों के भय से दारोगा माया शंकर सिंह जान बचा कर मौके से भागे. स्थानीय लोगो का कहना है कि बोचहां थाना बेवजह लोगों को परेशान करती है. बता दे कि बोचहाँ थाना क्षेत्र के चकहाजी गाँव में पुलिस राजा राम राय के घर की तलाशी लेने पहुँचे थी.
स्थानीय लोगो का कहना है कि बोचहां थाना शराब कारोबारियों से मिलकर शराब का अवैध कारोबार करवाती है. वही बेवजह निर्दोष लोगों को परेशान करती है. लोगो का कहना है कि शराब कारोबारियों के बारे में थाना को सूचना देने पर धमकी भी दी जाती है.
पूरे मामले पर डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय ने बताया कि उक्त जगह पर पहले भी कई बार छापेमारी की गई थी. लेकिन कभी शराब बरामद नही हुआ. वही आज पुलिस उसी जगह छापेमारी करने गए थी.
जिससे लोग आक्रोशित हो गए. आक्रोशित लोगों को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया गया. गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी के बावजूद ज़िले में शराब का कारोबार बड़े आराम से चल रहा है. आए दिन शराब की बड़ी बड़ी खेप पकड़ी जा रही है. अपितु शराब के कारोबार पर लगाम लगाने में पुलिस विफल है.