बूढ़ी गंडक तटबंध में कटाव से बांध पर खतरा मंडरा रहा है। मीनापुर प्रखंड के चांदपरणा और कांटी के रघई घाट व जामिन मठिया बांध में कटाव जारी है। कटरा, औराई प्रखंड के एक दर्जन गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कटरा के उतरी इलाके का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है।
कटाव पर काबू पाने के लिए विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं। बांधों पर दबाव को देखते हुए जलसंसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने अलर्ट जारी किया है। बांध की सुरक्षा को देखते हुए 24 घंटे की गश्ती लगाई गई है। सभी अभियंताआ्रें को मरम्मत कार्य होने तक अपने इलाके में कैम्प करना है। प्रतिदिन हर घंटे की अपडेट रिपोटिंग देनी है। विभाग की ओर से व्हाट्सएप समूह में पानी के दबाव, कटाव व निरोधक कार्य की तस्वीर अपडेट होगी। राजधानी से लेकर प्रमंडल व जिला मुख्यालय में बैठे वरीय अधिकारी निगरानी में लगाए गए है।
बचाव कार्य में अधिकारी मुस्तैद
चांदपरणा बांध पर कटाव के रोकथाम में सहायक अभियंता ई.सुनील कुमार के साथ कनीय अभियंता अभिषेक कुमार, अभ्यिुदय नंद बचाव में जुटे हैं। संगम घाट से मरम्मत कार्य चल रहा है। वहीं रघई घाट पर ई.कपिलदेव कुंअर के नेतृत्व में टीम बांधों का जायजा ले रही है। बांधों के बचाव के पहले चरण में 25 हजार ईसी बैग तैयार कराया गया है। जिसको प्रभावित जगह पर डालने का काम जारी है।
वर्षा से भी बांध को नुकसान
लगातार हो रही बारिश से बांध को काफी नुकसान हुआ है। विभागीय जानकारों के हिसाब से बूढ़ी गंडक में करीब 200 जगहों पर बारिश के पानी से भी नुकसान हुआ है। उसको अगर मरम्मत नहीं किया जाए तो वहां पर बांध टूटने का खतरा ज्यादा होगा। फिलहाल उन जगहों को चिन्हित कर उसकी मरम्मत हो रही है।
इस बारे में मुख्य अभियंता जलसंसाधन विभाग, मुजफ्फरपुर के ई.शांति रंजन शर्मा ने कहा कि तटबंध बचाव के लिए काम चल रहे है। चौबीस घंटे निगरानी जारी है। रात में भी कर्मचारी गश्त कर रहे है। संवेदनशील जगहों पर कटाव न हो वहां पर ज्यादा सतर्कता रखी जा रही है।
बाढ़ पर सांसद ने डीएम से लिया फीडबैक
जिले में बाढ़ की स्थिति पर सांसद अजय निषाद गंभीर है। शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाके की समस्या को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। बाढ़ की स्थिति पर फीडबैक लिया। सांसद ने बताया कि औराई-कटरा में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है। इस इलाके का सड़क से संपर्क भंग हो रहा है। इसलिए तत्काल आवागमन बहाल करने के लिए नाव का परिचालन शुरू किया गया है। पीडि़तों के बीच राहत का वितरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गायघाट, बोचहां, मुशहरी का इलाका भी बाढ़ की चपेट में आ सकता है। इसलिए वहां पर इसकी तैयारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे लगातार जिला प्रशासन से संपर्क में हैं। वे इस प्राकृतिक आपदा में जनता के साथ हैं। सभी जगह पर पर्याप्त तैयारी चल रही है।
Input : Dainik Jagran