वन विभाग की टीम ने साहेबगंज के राजेपुर गांव में नवल किशोर प्रसाद के घर से दुर्लभ प्रजाति के एक अजगर को कब्जे में लिया है। अजगर एक घर के छप्पर पर था। हालांकि उसके द्वारा किसी को नुकसान पहुंचाने की सूचना नहीं है। सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की रेस्क्यू टीम में शामिल रजनीश कुमार, शशि शेखर, सतीश कुमार, रंजन कुमार, पवन कुमार, मोती सहनी व दुर्गेश कुमार ने आसानी से उसे अपने कब्जे में ले लिया।
अजगर को लेकर ग्रामीणों में कौतूहल बना रहा। इसे देखने के लिए काफी संख्या में लोग जुटे। अजगर की लंबाई करीब सात फीट एवं वजन 20 किलो बताया गया है। रेस्क्यू टीम में शामिल रजनीश कुमार ने कहा कि इसप्रजाति का अजगर एशिया, अफ्रीका व आस्ट्रेलिया में पाया जाता है। उन्होंने बताया कि इसे पटना चिडिय़ाघर भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि साहेबगंज में अबतक चार-पांच अजगर का रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) क्षेत्र से ये अजगर यहां पहुंच जाते हैं। जो अजगर मिला है वह बेहद फुर्तीला व ताकतवर किसी भी चीज को अपना शिकार बनाना चाहता है। यह विषैले सापों से बिल्कुल अलग होता है। इसका उद़ेश्य किसी चीज को निगलना होता है। यह रिहाशी इलाकों नहीं पाया जाता। यह जंगली इलाकों में पाया जाता है। अधिकतर देखा जाता है कि जानवरों पर ज्यादा अटैक करता है। हालांकि कि यह रिहायशी इलाकों में कैसे पहुंचा यह एक अनुमान ही लगाया जा सकता है। क्योकि ऐसे जगहों पर बहुत कम देखे जातेे हैंं। अजगर को वन विभाग की टीम अपने कब्जे ले लिया है।
- साहेबगंज में अजगर मिलने के बाद इलाके में दहशत का माहौल है
- एशिया, अफ्रीका व आस्ट्रेलिया में पाया जाता है इस प्रजाति का अजगर
- वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र से यहां आने की संभावना
- पटना चिडिय़ाघर भेजा जाएगा 20 किलो के अजगर को
Source : Dainik Jagran