भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय के भाई हंसलाल राय समेत 10 आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर विशेष पुलिस टीम ने शुक्रवार को कई जगहों पर छापेमारी की। मगर, सभी फरार मिले। मामले में पुलिस की तरफ से विशेष उत्पाद कोर्ट से वारंट लेने के लिए भी अर्जी दी जा चुकी है। मगर, अभी वारंट निर्गत नहीं हुआ है। पुलिस का कहना है कि वारंट निर्गत होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई तो इश्तेहार चस्पाने व कुर्की की कार्रवाई के लिए कोर्ट की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बता दें कि चार दिन पूर्व विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मामले को उछाला था। इसके बाद पुलिस की तरफ से कार्रवाई तेज कर दी गई।
गौरतलब है कि गत वर्ष आठ नवंबर को बोचहां थाने की पुलिस ने चौरसिया चौक स्थित एक स्कूल परिसर में छापेमारी की थी। वहां से एक ट्रक, चार पिकअप वैन पर लदी 816 कार्टन शराब जब्त की गई थी। इस दौरान तीन आरोपितों को मौके से ही गिरफ्तार किया गया था। दो आरोपित बाद में पकड़े गए थे। डीएसपी पूर्वी ने कहा कि सभी आरोपितों के विरुद्ध सत्य पाते हुए पर्यवेक्षण रिपोर्ट जारी की जा चुकी है। इसके तहत केस के जांच अधिकारी ने 10 आरोपितों के विरुद्ध वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। पुलिस का कहना है कि स्कूल परिसर का मालिक हंसलाल राय है। बिजली बिल भी उनके ही नाम से ही है। डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय ने कहा कि शराब मामले में फरार चल रहे मंत्री के भाई समेत अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी की गई। मगर, सभी फरार मिले। कोर्ट से वारंट निर्गत कराने की कवायद चल रही है। फरार रहने पर इश्तेहार व कुर्की जब्ती की कार्रवाई होगी।
Input: Dainik Jagran