कोरोना के त्रासदी ने बिहार में स्वास्थ्य महकमों की पोल खोल दी लेकिन अब भी मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल प्रबंधन को इस बात से फर्क नही पड़ता.
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मुजफ्फरपुर में सैकड़ो मौतों के बाद अब भी हाकिमों के आँखों के पट्टी नही खुली, मामला सदर अस्पताल का है ,यहाँ लाखों रुपये के लागत का पेसेंट बेड अब खुले में रखा है, जिसपर लोग गुटखा थूक रहे है.
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इन बेड का सही प्रयोग कर लोगो का जान बचाया जा सकता है. मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल प्रसाशन ने इन बेड की अहमियत शायद मालूम नहीं है या फिर सरकारी पैसों के महत्व को नहीं समझते.
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