मुज़फ़्फ़रपुर पुलिस की लालफीताशाही का खामियाजा इलाजरत कैदी भुगत रहा है.अस्पताल के बेड पर जिंदगी और मौ’त के बीच आखिरी जंग लड़ रहा है.सफेद शर्ट पहनने के कारण जे’ल भेजा गया था. मुज़फ़्फ़रपुर केंद्रीय का’रा में बन्द अमन की कहानी.
बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर से आई यह कहानी जितनी चौंकानेवाली है ,उतनी ही हैरतअंगेज भी है.जहां सफेद शर्ट पहनना एक युवक को भारी पड़ गया. परिजनों की माने तो जिले के एक दरोगा की हनक के कारण यह युवक आज जेल की सलाखों के पीछे है.वही गंभीड़ बीमारी का शिकार होकर मौत के करीब पहुंच चुका है.
जिले के कांटी थाना क्षेत्र निवासी अमन कुमार जमशेदपुर में रहकर पढ़ाई करता था.छुटियों में घर आने के दौरान वर्ष 2018 के अंत मे कांटी के तत्कालीन थानाध्यक्ष सोना प्रसाद सिंह ने एक केस में संदेह के आधार पर इस लड़के को जेल भेज दिया था.छह माह तक जेल में रहने के बाद अमन को बेल मिला और वह बाहर आ गया.इसी बीच थानाध्यक्ष की बदली जिले के अहियापुर थाना में हो गई.
जब सोनाप्रसाद अहियापुर के थानाध्यक्ष बने तब अहियापुर के जमालाबाद में हुई एक लूट की घटना में आरोपित बनाते हुए उसे दुबारे जेल भेज दिया गया.
जेल में अमन की तबियत खराब हो गई.जहां से उसे मुज़फ़्फ़रपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजा गया.
डॉक्टर के अनुसार अमन का लंग्स काम नही कर रहा है.वह M.D.R.T. टीवी रोग से ग्रसित है.वही तत्काल ऑक्सीजन के सहारे रखा गया है.डॉक्टरों ने 4 सितंबर को ही उसे पटना रेफर कर दिया था.लेकिन प्रशासन की लापरवाही की इंतहा हो गई.आजतक उस युवक को पुलिस पटना लेकर नही गई.
जेल से आए सुरक्षाकर्मी ने बताया कि 4 तारीख को ही हमने जेल अधीक्षक को अस्पताल का लेटर हस्तगत करा दिया था.अब हमें आदेस मिले या पटना जाने के लिए पुलिसबल मिले तभी न जाएंगे.
पूरे मामले की गंभीड़ता पर मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक सुनील कुमार शाही ने बताया कि वार्ड नंबर 3 में बेड नंबर 1 पर अमन नामक युवक भर्ती है.जेल से आया यह युवक M.D.R.T. टीबी का पेशेंट है.युवक को 4 सितंबर को रेफर किया जा चुका है.लेकिन अभी तक यहीं है.चुकी उनका लंग्स काम नही कर रहा है और पटना भेजा जा चुका है.पुलिस ले नही गई है.इसलिए हमलोग उनका इलाज कर रहे हैं.
अस्पताल में युवक की माँ बेटे की कहानी कहते हुए भावुक हो जाती है.बताती हैं कि जब भी वह दरोगा युवक को पकड़ कर जेल भेजता है तो यही आरोप लगता है कि उक्त घटना में शामिल अपराधी ने सफेद शर्ट पहन रखा था.पिछली बार सोनाप्रसाद सिंह युवक के घर जाकर उससे मिले और कहा कि मेरे साथ चलो.रास्ते मे ही उक्त युवक को टॉर्चर करने लगे.और लड़के को झूठा केस लगाकर जेल भेज दिया.