मुज़फ़्फ़रपुर जिले में प्रशासन द्वारा बनाए गए अधिकांश क्वारेन्टीन सेंटर में प्रवासी मजदूरो को मानक के अनुरूप(राज्य/केंद्र सरकार द्वारा जारी ) व्यवस्था व खान-पान का उचित प्रबंध भौतिक स्तर पर उपलब्ध नहीं होने व क्वारेन्टीन सेंटर की व्यवस्था/कुव्यवस्था को मीडिया/सोशल मीडिया द्वारा दिखाए जाने पर लगाई गई रोक को गलत निर्णय बताते हुए रोक को हटाने के लिए लोक चेतना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता शकिन्द्र कुमार यादव ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसकी जांच के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जिलाधिकारी मुज़फ़्फ़रपुर को भेजा गया है।
शकिन्द्र कुमार यादव ने बताया कि ऐसा संभव है कि प्रवासी मजदूर/व्यक्ति की पहचान को गुप्त रखने के उद्देश्य से पाबंदी लगाई गई जो कि सही है लेकिन व्यवस्था/कुव्यवस्था/ असुविधा को मीडिया/ सोशल मीडिया पर दिखाना कहीं से भी गलत भी नहीं है। कुव्यवस्था/असुविधा को दिखाने का मुख्य उद्देश्य प्रभावशाली ढंग से व्यवस्था, सुविधाओं को लागू कराना होता है ताकि सरकार अपने कथनी/घोषणा के अनुरूप भौतिक स्तर पर अविलब व्यवस्था को व्यवस्थित कर सके।
इसके बावजूद समाचार पत्र, मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम कई ऐसे सेंटर हैं जहाँ कुव्यवस्था व्याप्त है परंतु उत्तरदायी अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। जो कि बेहद ही दुःखद है।
शकिन्द्र कुमार यादव ने क्वारेन्टीन सेंटर में प्रवासी मजदूरी को मानक के अनुरूप(राज्य/केंद्र सरकार द्वारा जारी ) व्यवस्था व खान-पान का उचित प्रबंध भौतिक स्थलीय स्तर पर कराने व लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चिन्हित करते हुए उचित कार्रवाई किया जाए तथा क्वारेन्टीन सेंटर की व्यवस्था/कुव्यवस्था को मीडिया/सोशल मीडिया द्वारा दिखाए जाने पर लगे रोक को समाप्त करने की मांग की है।