एके-47 जैसी खतरनाक बंदूक के निर्माता मिखाइल कलाश्निकोव ने किया था। इसका इस्तेमाल सोवियत सेना ने अपने ऑपरेशन में किया था। देखते ही देखते अगले 2 वर्षों में ही यह बंदूक पूरी दुनिया में मशहूर हो गई थी। तब से ही रूस ने एके-47 का निर्यात बाकी देशों में करना शुरू कर दिया, जो आज उनकी कमाई का अहम श्रोत है। अब भारत में पहली बार क्लाश्निकोव असॉल्ट राइफल बनने जा रही हैं।
पीएम मोदी फैक्ट्री का करेंगे उद्धाटन
पीएम मोदी आज यानी 3 मार्च को यूपी के अमेठी में एके-47 बंदूक फैक्ट्री की आधारशिला रखेंगे। ये फैक्ट्री रूस की एक कंपनी और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड साथ मिलकर बनाएगी, जिसमें हर साल 7.47 लाख कलाश्निकोव राइफल बनाई जाएगी। इस फैक्ट्री के निर्माण पर 408.01 करोड़ रुपये की लागत आयी है। इस फैक्ट्री को सिविल वर्क के लिए 2014 में 48 करोड़ की रकम और जारी की गई।
Input : Dainik Bhaskar