कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित पूरी दुनिया को इस वक्त जल्द से जल्द वैक्सीन के आने का इंतजार है, ताकि बिना डर एक बार फिर लोगों का जीवन सामान्य हो पाए। इस बीच, रूस की तरफ से सबसे पहले कोविड-19 वैक्सीन बनाने के दावे के बाद एक और खबर आ रही है। रूस ने कोविड-19 वैक्सीन की पहली खेप तैयार कर ली है। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कोरोना वैक्सीन बनाने की शुरुआत किए जाने की खबर के कुछ घंटों बाद इंट्राफैक्स न्यूज ने मंत्रालय का हवाला दिया है, जिसमें वह ये बात कह रहे हैं।
कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक स्तर वैक्सीन तैयार करने की रेस में कुछ वैज्ञानिकों को रुस में तैयार वैक्सीन पर शक है। उन्हें लगता है कि मॉस्को ने सुरक्षा की जगह राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को तवज्जो देते हुए जल्दबाज में कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे दी। रूसी वैक्सीन को मंजूरी बिना फेज-3 ट्रायल के ही दी गई है, जिसमें हजारों प्रतिभागी होते हैं। वैक्सीन की मंजूरी से पहले साधारणतया ऐसे ट्रायल को आवश्यक माना जाता है। रूस ने कहा कि सबसे पहले तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को इस महीने के अंत तक उतार दिया जाएगा।
इससे पहले, रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने बुधवार को बताया कि कोविड -19 की वैक्सीन स्पूतनिक-V की पहला बैच दो हफ्तों के अंदर आ जाएगा। मंगलवार को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दुनिया के पहले कोरोना वायरस वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराया था। स्पूतनिक-V नामक की कोरोना वैक्सीन को गेमालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट और रूसी रक्षा मंत्रालय ने मिलकर बनाया है। मुरास्को ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दो सप्ताह के भीतर वैक्सीन का पहला बैच जारी किया जाएगा।
मंत्री ने बताया कि टीकाकरण पूरी तरह से स्वैच्छिक होगा। उन्होंने कहा कि जिन डॉक्टरों को लगता है कि उनके पास पहले से ही कोरोनो वायरस से लडने के लिए प्रतिरक्षा क्षमता लगभग 20 प्रतिशत हैं और सोचते हैं कि उन्हें टीकाकरण की आवश्यकता नहीं है तो यह तय करना उनके ऊपर होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रूस की जरूरतों को कवर करना एक प्राथमिकता है, लेकिन वैक्सीन को विदेशों में भी निर्यात किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को हम दूसरे देशों को भी देंगे लेकिन घरेलू बाजार की जरूरतें हमारी प्राथमिकता हैं।
रूसी स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ विकसित की गई वैक्सीन निश्चित रूप से कारगर है और यह अन्य देशों को भी उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन घरेलू स्तर पर इसकी मांग को ध्यान में रखकर आपूर्ति करना हमारी पहली प्राथमिकता है।
मुरास्को ने कोविड-19 के खिलाफ विकसित की गई रूस की वैक्सीन की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे सवालों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें आधारहीन बताया है। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि हमारे विदेशी साथी वैक्सीन विकसित करने में मामले में प्रतिस्पर्धा महसूस कर रहे हैं इसलिए उन्होंने ऐसे विचार व्यक्त किए हैं जिन्हें हम आधारहीन मानते हैं। रूस ने वैक्सीन का विकास निश्चित क्लीनिकल जानकारी और डाटा को ध्यान में रखकर किया है।
गौरतलब है कि रूस के स्पूतनिक वी वैक्सीन को गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट और रक्षा मंत्रालय ने मिलकर विकसित किया है। दुनिया में इस समय कुल 165 कैंडिडेट वैक्सीन पर काम चल रहा है। इनमें से 139 अभी भी प्री-क्लीनिकल इवैल्यूएशन में हैं, जबकि 26 अन्य मानव परीक्षण के अलग-अलग फेज में हैं। छह वैक्सीन फेज तीन में हैं।
Input : Live Hindustan