केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने आज एक रेलवे ब्रिज का फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि इंजीनियरिंग का चमत्‍कार तैयार हो रहा है. दरअसल, भारतीय रेलवे (Indian Railways) जम्‍मू-कश्‍मीर में चेनाब नदी (River Chenab) पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज तैयार रहा है. इस रेलवे ब्रिज की लंबाई 475 मीटर और ऊंचाई 359 मीटर है. रेलवे ब्रिज का पूरा ढांचा स्‍टील से तैयार किया जा रहा है और गोयल ने स्‍टील आर्क की तस्‍वीर साझा करते हुए ‘मार्वल इज मेकिंग’ (Marvel is Making) लिखा है.

‘रेलवे स्‍थापित करने वाला है एक और मील का पत्‍थर’

पीयूष गोयल ने लिखा, ‘इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर चमत्कार का निर्माण जारी, भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग के लिहाज से एक और मील का पत्थर स्‍थापित करने वाला है. जम्‍मू-कश्‍मीर (Jammu-Kashmir) की चेनाब नदी पर स्टील से बन रहा रेलवे पुल का आर्क अब पूरा होने वाला है. यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज (Highest Rail Bridge of World) होगा.’ बता दें कि चेनाब नदी पर बन रहा ये ब्रिज रेलवे के उस महत्‍वाकांक्षी प्रोजेक्‍ट का हिस्सा है, जो कश्मीर को बाकी भारत से जोड़ेगा. इस रेलवे ब्रिज का निर्माण नवंबर 2017 में शुरू हुआ था.

ब्रिज पर 1250 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान

दुनिया के इस सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज को बनाने में कुल 1250 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. यह ब्रिज चेनाब नदी की सतह से 359 मीटर ऊंचाई पर बनाए जा रहा है. इसकी कुल ऊंचाई फ्रांस के एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ज्‍यादा है. यह रेलवे ब्रिज 8 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों के साथ ही भयंकर धमाके को भी झेल सकता है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ब्रिज पर आतंकी खतरों और भूकंप के झटकों को देखते हुए इसे सुरक्षा प्रणाली से लैस किया गया है. ब्रिज की कुल लंबाई 1315 मीटर होगी. ये ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला सेक्‍शन के 111 किमी लंबे कटरा-बनिहाल स्‍ट्रैच का मुख्‍य लिंक होगा.

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