बॉलीवुड के दिग्गज एक्टरन नसीरुद्दीन शाह ने लव जिहाद मामले पर एक बार फिर अपनी चिंता जताई है. कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया के वीडियो इंटरव्यू में उन्होंने लव जिहाद के नाम पर होने वाले बंटवारे पर चिंता जताई है. उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में लव जिहाद तमाश की तरह जैसे विभाजन पैदा किया जा रहा है. उससे में बेहद गुस्से में हूं. जो लोग इस शब्द को चलन में लाए हैं उन्हें जिहाद शब्द के बारे में कुछ पता ही नहीं है.
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोई इतना बेवकूफ होगा जो ये मानले कि मुस्लिम हिदु जनसंख्या को ओवरटेक कर लेंगे. इसकी कल्पना भी नहीं हो सकती. पिछले साल नवंबर में, उत्तर प्रदेश जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ अध्यादेश पारित करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया. पिछले कुछ महीनों में, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने भी विवाह की आड़ में हिंदू महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित करने के कथित प्रयासों के खिलाफ कानून बनाने की योजना पर बात की है.
नसीरुद्दीन शाह ने थिएटर फिल्म एक्टर रतना पाठक शाह से शादी की है. उन्होंने कहा कि मेरा यही मानना था कि हिंदू महिला से शादी एक स्वस्थ उदाहरण स्थापित करेगा. मुझे नहीं लगता कि ये गलत है. एक्टर ने कहा कि जब वह रत्ना से शादी करने जा रहे थे तब उनकी मां ने उनसे पूछा था कि क्या वह चाहते हैं कि उनकी होने वाली पत्नी अपना धर्म परिवर्तन करे, ‘‘इस पर मेरा जवाब ना था.”
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि लव जिहाद के नाम पर प्रताड़ित होते युवा जोड़ों को देख दुख होता है. उन्होंने कहा, यह वो दुनिया नहीं है जिसका मैंने सपना देखा था. ” बता दें,इससे पहले नसीरुद्दीन शाह के एक बयान पर तब बवाल मच मच गया था जब उन्होंने कारवां-ए-मोहब्बत को 2018 में कहा था कि कई स्थानों पर गो हत्या को किसी पुलिसकर्मी की हत्या से अधिक महत्व दिया जा रहा है.
इसके बाद नसीरूद्दीन ने कहा था, इसका गलत मतलब निकाला गया कि मैं डर महसूस कर रहा हूं.” उन्होंने कहा, ‘‘मैं बार-बार कहा हूं कि मैं नहीं डर रहा. मैं क्यों डरूं? यह मेरा देश है, मैं अपने घर में हूं. मेरे परिवार की पांच पीढ़ियों को इसी मिट्टी में दफन किया गया है. मेरे पूर्वज यहां 300 से साल से रह रहे हैं. क्या इससे मैं हिन्दुस्तानी नहीं होता हूं, फिर और क्या चाहिए?’
Source : TV9