भारतीय रेलवे कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों से प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए राज्य सरकारों से किराया लेगा. इस संबंध में शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि किराए में शयनयान श्रेणी के टिकट की कीमत, 30 रुपये का सुपरफास्ट शुल्क और प्रति यात्री भोजन तथा पानी के लिए 20 रुपये शामिल होंगे.रेलवे ने एक महीने से अधिक समय तक यात्री रेल सेवाओं के बंद करने के बाद अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन शुक्रवार को प्रवासी मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों के लिए छह श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों की घोषणा की. ये लोग लॉकडाउन के चलते अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं.
Railway Department will be charging ₹50 extra per passenger travelling in the special trains being operated https://t.co/4cD1gVeqIc
— The Hindu (@the_hindu) May 2, 2020
ऐसी पहली सेवा शुक्रवार को सुबह चार बजकर 50 मिनट पर 1,200 यात्रियों के साथ हैदराबाद से झारखंड के लिए चलाई गई. इसके अलावा पांच अन्य सेवाएं- नासिक से लखनऊ (रात 9:30 बजे), अलुवा से भुवनेश्वर (शाम छह बजे), नासिक से भोपाल (रात आठ बजे), जयपुर से पटना और कोटा से हटिया (रात नौ बजे) तक चलाई जाएंगी. प्रत्येक ट्रेन में 1,000 से 1,200 यात्रियों के जाने की उम्मीद है.रेलवे ने कहा, ‘‘यात्रियों को रेलवे से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं है. राज्य सरकारें अपनी ओर से समन्वय और भुगतान करेंगी.”