चीन से फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) भारत समेत दुनिया भर के देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. भारत में इस वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा 4000 पार कर गया है. कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का आज 13वां दिन है. बाजार बंद हैं. ट्रेनें, बसें, हवाई जहाज, टैक्सियां कुछ भी नहीं चल रहा. ऐसे में सरकार लॉकडाउन को 15 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से खोलने पर विचार कर रही है. इस बीच ऐसी खबरें भी हैं कि सरकार ने कोरोना के प्रसार को तोड़ने के लिए प्लान बी भी तैयार कर लिया है. इसके तहत 15 मई के बाद दोबारा लॉकडाउन का ऐलान किया जा सकता है.
‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 अप्रैल को हुई ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) की मीटिंग में इस पॉइंट पर भी चर्चा हुई. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई 16 सदस्यीय इस मीटिंग में कोविड-19 के संक्रमण को तोड़ने के लिए प्लान बी पर विस्तार से चर्चा की गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार का मानना है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लगभग 40 प्रतिशत क्रिटिकल केयर इक्विप्मेंट की जरूरत है. हालांकि, जब तक हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर हालात को संभाल रहा है, तब तक ज्यादा चिंता की बात नहीं है.
‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि केंद्र सरकार 15 अप्रैल से लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटा सकती है. इस दौरान जरूरी चीजों की आपूर्ति पहले की तरह होती रहेगी, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हाल में किया जाना है. अगर लॉकडाउन हटता है तो भी सिनेमा हॉल, फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट्स और धार्मिक स्थल हो सकता है कि बंद ही रखे जाएं. मॉल में सिर्फ जरूरी सामानों की दुकानें ही खुली रहेंगी.
सरकार का पूरा जोर 15 अप्रैल के बाद भी कहीं भी किसी रूप में भीड़ न लगने देने पर है. मौजूदा वक्त की सारी एहतियात बाद में भी सख्ती से बरती जाएगी. इसमें समूह में न निकलने से लेकर सैनिटाइजेशन तक शामिल हैं.
केंद्र सरकार लॉकडाउन के बाद बनने वाले हालात पर नजर रख रही है. इसके अलावा सरकार लॉकडाउन के कारण गिरी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए एक और राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है. इस दिशा में सरकार विचार कर रही है. हालांकि, अभी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है.
हालांकि, इनमें से किसी भी पॉइंट पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. GoM मीटिंग में बस इन पर चर्चा हुई है. हालांकि, एक बात तो साफ है कि सरकार अच्छी तरह जानती है कि 15 अप्रैल के बाद चीजें नॉर्मल नहीं होंगी. ऐसे में 15 मई से दूसरे फेज का लॉकडाउन लगाया जाएगा या नहीं, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि इस दौरान कोरोना संक्रमितों के कितने मामले सामने आते हैं.
इसके अलावा GoM मीटिंग में होम क्वारेंटाइन लोगों पर जीपीएस ट्रैकर के जरिए नजर रखने पर भी विचार हुआ है. ताकि अगर ये लोग घर से निकलते हैं, तो तुरंत उसे रोका जा सके और इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
Input:News18