केरल के 66 साल के बी. रत्नाकर पिल्लई को पिछले साल क्रिसमस लॉटरी में 6 करोड़ रुपए का जैकपॉट लगा था। इससे उन्होंने तिरुअनंतपुरम से कुछ किलोमीटर दूर किलिमनूर में खेत खरीदे।जमीन का यह भाग पुराने कृष्ण मंदिर के पास है, जिसे थिरुपालकदल श्री कृष्ण स्वामी क्षेत्रम के नाम से जाना जाता है। पिल्लई ने यहां शकरकंद की खेती शुरू की। मंगलवार को वह खेत की जुताई कर रहे थे, तभी खजाना मिला।
पिल्लई को खेत में 2595 सिक्कों से भरा 100 साल पुराना मटका मिला। इन सिक्कों को वजन 20 किलो 400 ग्राम हैं। ये सभी सिक्के तांबे के हैं, जो त्रावणकोर साम्राज्य के हैं। हालांकि, अभी इनकी कीमत का पता नहीं चला है। इन पर जंग लगी है। उन्हें साफ करने के लिए लैब भेजा गया है। इनके साफ होने के बाद एक्सपर्ट्स इनकी कीमत बता सकेंगे।
1885 से 1949 तक त्रावणकोर का शासन रहा
सिक्के त्रावणकोर के दो महाराजाओं के शासनकाल के दौरान चलन में थे। इनमें से पहले मूलम थिरुनल राम वर्मा थे। इनका शासन काल 1885 से 1924 के बीच रहा और दूसरे राजा चिथिरा थिरुनल बाला राम वर्मा थे। यह त्रावणकोर के अंतिम शासक थे और इन्होंने 1924 से 1949 तक शासन किया।
Input : Dainik Bhaskar