लोक आस्था का महापर्व चैती छठ नौ को नहाय-खाय से शुरू होने जा रही है। इसको लेकर आर ब्लॉक, बेली रोड, बोरिंग रोड जैसे प्रमुख बाजार सज गए हैं। सूप, दउरा, मिट्टी के दीये, हाथीदान के साथ मौसमी फल और लौकी की जमकर खरीदारी हो रही है। इसके अलावा शहर के छोटे-बड़े शॉपिंग मॉल और ऑनलाइन कम्पनियां भी लोगों को रिझाने में पीछे नहीं हैं। मिट्टी के चूल्हे, उपले और जलावन के साथ यहां स्थानीय फल भी मिल रहे हैं।
छठ को लेकर जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं और लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी है। यह इकलौता पर्व है, जिसमें आस्था के बहाने प्रकृति की पूजा की भी जाती है। इसलिए स्थानीय फल और सब्जियों के साथ सूप, दउरा जैसे ईको फ्रेंडली बर्तन का भी प्रयोग किया जाता है। शहर के प्रमुख बाजारों में इसको लेकर रौनक आ गई है। आर ब्लॉक, दानापुर, बेली रोड, बोरिंग रोड में सूप, दउरा और मिट्टी के बर्तन मिलने लगे हैं।
अर्घ्य के लिए शुरू हो गई तैयारी
भगवान भास्कर की इस पूजा में स्थानीय फलों को खास तरजीह दी जाती है। इसको लेकर बाजारों के साथ शॉपिंग मॉल भी सज गए हैं। सुथनी, गन्ना, तरबूज, खीरा, अनार और मौसमी फल मिलने लगे हैं। इसके अलावा यहां मिट्टी के चूल्हे, गोबर के उपले और जलावन भी उपलब्ध हैं। खरना के लिए लौकी की सबसे अधिक खरीदारी हो रही है। इस अवसर पर गुड़ की बिक्री भी बढ़ गई है।
मॉल में फल के साथ चूल्हे भी उपलब्ध
चूल्हा:100-150 रुपये, उपले:10 रुपए में पांच पीस
सूप:100 रुपये, दउरा:110-150 रुपये, मट्टी के दीये:10-35 रुपये, हाथीदान: 55-110 रुपये
नारियल: 25-30 रुपये, शुद्ध घी: 400-600 रुपये
आम लकड़ी:110 रुपये प्रति पांच किलो।
Input : Live Hindustan