नगर निगम प्रशासन व मेयर के बीच चल रही तनातनी के बीच ब्रह्मपुरा पुलिस ने मेयर के लक्ष्मी चौक स्थित विवाह भवन को सरकारी संपत्ति घोषित करने के लिए डीएम को अनुशंसा भेजी है। मेयर बनने से पहले इंजीनियर राकेश कुमार पिंटू के विवाह भवन के एक कमरे से शराब की बोतल बरामद हुई थी। इस मामले में राकेश कुमार पिंटू को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया था। पिंटू अभी जमानत पर हैं।

सरकारी संपत्ति घोषित करने को लेकर पुलिस द्वारा भेजी गई अनुशंसा के संबंध में मेयर का कहना है कि विवाह भवन को लीज पर दिए हुए हैं। कहीं ना कहीं पुलिस को दिग्भ्रमित किया जा रहा है। ब्रह्मपुरा थाना अध्यक्ष ने राजसात करने को लेकर जो अपनी अनुशंसा भेजी है, उसमें मकान मालिक का नाम राकेश कुमार पिता पारसनाथ साहू लिखा हुआ है। यह विवाह भवन लक्ष्मी चौक पर स्थित है। एक सप्ताह पहले ही नगर आयुक्त ने डीएम को पत्र लिख कर कहा था कि शराब मामले में जिला प्रशासन जो सरकारी संपत्ति व मकान जब्त कर रही है, उसका सार्वजनिक इस्तेमाल किया जाए। शराब मामले में जब्त संपत्ति निगम भी इस्तेमाल कर सकती है।

पुलिस की अनुशंसा से सत्ता पक्ष की बढ़ी बेचैनी

इधर, गरीब स्थान रोड में सड़क व नाला बनाने के विवाद से मेयर व नगर आयुक्त में तनातनी का माहौल बना। गुरुवार को सशक्त स्थाई समिति के बैठक में भी सत्ता पक्ष व नगर आयुक्त में टकराव की स्थिति रही थी। शुक्रवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में नगर आयुक्त मुख्यमंत्री के समाज सुधार अभियान कार्यक्रम को लेकर नहीं पहुंचे। इसको लेकर सत्ता पक्ष के पार्षदों ने गहरी नाराजगी भी जताई। कुल मिलाकर नगर निगम में भारी तनाव का माहौल है। इसी बीच मेयर के विवाह भवन को सरकारी को संपत्ति घोषित करने की अनुशंसा पुलिस प्रशासन की तरफ से किए जाने से सत्तापक्ष के पार्षदों की बेचैनी बढ़ गई है।

Source : Dainik Bhaskar

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