मामला मुज़फ़्फ़रपुर जिले के औराई इलाके की एक सातवी कक्षा की छात्रा की है। छात्रा के साथ छह माह पूर्व सामूहिक दु’ष्कर्म हुआ था। वह अब छह माह की गर्भ’वती हो गई है। उसकी तबीयत बिगड़ने ली है। गर्भवती होने का खुलासा बीते सप्ताह हुआ है। मामले को रफादफा करने के लिए भी ग्रामीण स्तर पर पंचायती भी हुआ। लेकिन, पीड़िता ने इसे नहीं स्वीकारा।
रविवार को इस संबंध में पीड़िता ने महिला थाने में एफआईआर करायी है। इसमें औराई के ही एक गांव के दीपू कुमार , सुशील कुमार और रामु कुमार को आरोपित बनाया है। पुलिस तीनों को खोज रही है। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि पीड़िता जिस गांव में रहती है। वह उसका ननीहाल है। वहां गांव में काम कर उसके घर का रोजी रोटी चलता है। उसकी मां के अलावा कोई नहीं है। करीब छह माह पूर्व जब वह आरोपित दीपू से अपने काम की मजदूरी मांगी तो वह उसे अपने घर बुलाया।
जहां अपने साथी सुशील और रामु के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। इसकी जानकारी वह अपने परिजनों को दी। लेकिन, आरोपितों के दबंग होने की वजह से उनलोगां ने मुंह नहीं खोला।
लेकिन धीरे धीरे जब पीड़िता की तबियत बिगड़ने लगी तब परिजनों ने अस्पताल में दिखलाया तो गर्भवती होने की जानकारी हुई. पीड़िता के परिजन ने बताया कि बीते सप्ताह उसके पेट में दर्द होने लगा। इसपर एसकेएमसीएच की महिला डॉक्टर से दिखाया गया। डॉक्टरों ने उसे गर्भवती होने की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों ने आरोपितों को इसकी जानकारी दी और शादी करने का प्रस्ताव दिया।
लेकिन, वे लोगों ना-नुकर करने लगे। इसपर पीड़िता ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पंचायती भी करायी। पंचायत के माध्यम से 15 हजार रुपये तय किया गया। पंचायती में पंचों ने गांव की बदनामी से बचने के लिए पीड़िता को किसी तरह मनाया। 15 हजार रुपये पर सौदा तय हुआ। लेकिन, दो दिन पहले तक आरोपितों ने तय रुपये भी नहीं दिये। इसके बाद पीड़िता और उसके परिजनों ने मामले में एफआईआर कराने का निर्णय लिया और रविवार को महिला थाने में एफआईआर करायी।
वही पीड़िता जब महिला थाना पर पहुँची तो उसे ही महिला थानाध्यक्ष ने डाट- फटकार करने लगी। इसके बाद जब मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी सिटी एसपी को मिली तो उन्होंने इसे गम्भीरता से लिया और नगर डीएसपी को जाच का जिम्मा सौंपा। इधर, महिला थानेदार ने पीड़िता को डांट फटकार कर महिला थाने से भगा दिया। इसपर पीड़िता ने किसी अन्य के माध्यम से सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह से इसकी शिकायत की। इसके बाद उनके निर्देश पर महिला थानेदार ने मामले में एफआईआर की। दूसरी ओर सिटी एसपी ने थाने से पीड़िता को भगाने को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में नगर डीएसपी से अविलंब जांच कर रिपोर्ट मांगा है।
वही आज 164 के बयान दर्ज कराने के दौरान पीड़िता की तबियत बिगड़ी। जिसके बाद पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ भर्ती होते गर्भपात हो गया। इसके बाद बच्चे को SNCU में भर्ती किया गया । वही पीड़िता महिला वार्ड में भर्ती है। बच्चे की इस्थिति गंभीर है। वही पीड़िता का इलाज महिला वार्ड में चल रहा है।