मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार काे सदर अस्पताल परिसर में नए 100 बेड के मातृ शिशु अस्पताल और एसकेएमसीएच में 102 बेड की पीडियाट्रिक इंटेंसिव केअर यूनिट यानी पिकू का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम शनिवार सुबह 11:30 बजे वीडियाे कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाेगा। पिछले साल 25 सितंबर काे सीएम ने ही पिकू का शिलान्यास किया था। दाेनाें अस्पतालों की शुरुआत से एईएस पीड़ित मरीजों और मातृ-शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आएगी। गर्भावस्था से प्रसव के बाद तक महिलाओं काे अत्याधुनिक इलाज और स्वास्थ्य की देखभाल की सुविधा मिल सकेगी। उद्घाटन काे लेकर शुक्रवार देर शाम तक जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा रहा। डीएम डाॅ. चंद्रशेखर सिंह ने सदर अस्पताल के एमसीएच का जायजा लिया। सिविल सर्जन डाॅ. एसपी सिंह तैयारियों काे अंतिम रूप देने काे मॉनिटरिंग करते रहे।
मातृ-शिशु अस्पताल के 6 विभागों में गायनी एंड ऑब्सटेट्रिक्स, पीडियाट्रिक, पीडियाट्रिक सर्जरी, एंडोक्राइन सर्जरी, एंडोक्राइन मेडिसिन व ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग शामिल हैं।
72 कराेड़ की लागत से बनी है पिकू
72 करोड़ की लागत से बनी देश की पहली 102 बेड की पीआईसीयू में आधुनिक पद्धति से इलाज की व्यवस्था है। निर्माण कार्य रिकॉर्ड आठ माह में पूरा हुअा है। गंभीर मरीजों के लिए 10 ट्राइएज बेड, 90 पिकू बेड एवं दो आइसोलेशन बेड शामिल हैं। पीआईसीयू के सभी बेड पर पाइप के जरिए ऑक्सीजन देने की व्यवस्था है।
पीआईसीयू में 20 वेंटिलेटर, 102 कार्डियक मॉनीटर, 21 रेडिएंट वार्मर, 90 सीरिंज पंप, 51 नेबुलाइजर, 2 डिफिब्रीलेटर, 102 इन्फ्यूजन पंप, 21 पोर्टेबल सक्शन, 51 पीडियाट्रिक लेरिंजोस्कोप, 8 प्रोसड्यूरोलाइट, 34 अंबू बैग, 15 ब्रेस्ट पम्प, सीबीसी मशीन रोगियों के परिजनों के लिए यहां 50 बेड की धर्मशाला भी बनाई गई है।
पैथोलॉजी मशीन भी लगेंगी
सदर अस्पताल में अभी ब्लड बैंक ही है। अब बायो केमिस्ट्री और पैथोलॉजी की मशीनें भी लगेंगी।
इन उन्नत सुविधाओं से लैस हाेगा अस्पताल
- 7 बेड की एनआईसीयू के साथ हाेंगे 5 वेंटिलेटर।
- 6 बेड की पीआईसीयू के साथ भी 4 वेंटिलेटर।
- 4 बेड की हाईडिपेंडेंसी यूनिट
- 13 बेड का मैटरनल आईसीयू
Input : Dainik Bhaskar