पूर्व मेयर समीर ह’त्याकांड में एक तरफ जे’ल में बंद एक आ’रोपित को बेल मिला है। वहीं दूसरी ओर पुलिस की जांच की गति शिथिल होने से आगे की कार्रवाई लंबित पड़ी है। केस के नए आइओ नगर थानेदार ओमप्रकाश से परिजनों को उम्मीदें मिली थी। लेकिन नए आइओ द्वारा भी जांच की गति धीमी रखी गई है। बता दें कि सुपरविजन में अधिकारी ने आइओ को निर्देश दिया था कि इस सिंडिकेट से जुड़े एक प्रॉपर्टी डीलर व कल्याणी के राजू तुरहा की गतिविधि की जांच करें। जांच में मिले साक्ष्य को केस डायरी में अंकित करें। लेकिन पुलिस की कार्रवाई शिथिल पड़ी है।

बता दें कि गत साल सितंबर में चंदवारा इलाके में बाइक सवार अपराधियों ने पूर्व मेयर व उनके चालक को एके 47 से भून दिया था। मौके पर ही दोनों लोगों की मौत हो गई थी। मामले में जांच दर जांच पुलिस ने कार्रवाई कर शूटर गोविंद, उसके सहयोगी सुजीत कुमार, ओमकार सिंह, नवीन कुमार, सुशील छापडिय़ा, श्यामनंदन मिश्रा और पिंटू सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा। इन सभी आरोपितों पर आइओ द्वारा ठोस साक्ष्य के साथ चार्जशीट भी दायर किया जा चुका है। इस बीच दो दिन पूर्व हाईकोर्ट से एक आरोपित ओमकार को बेल मिल चुका है।

जोनल आइजी ने कहा-एसपी और आइओ के साथ की जाएगी जांच धीमी होने की समीक्षा

जोनल आइजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि जांच क्यों धीमी है। इसकी आइओ व एसपी के साथ समीक्षा की जाएगी। जिसमें सभी बिंदुओं को देखा जाएगा। फिर त्वरित कार्रवाई कर आरोपितों को सजा दिलाने की कवायद होगी।

Input : Dainik Jagran

 

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