सरैया में पिछले डेढ़ महीने में बड़ी संख्या में शवों का दाह संस्कार किया गया है। डोम राजा बिनोद मल्लिक के अनुसार रेवाघाट स्थित गंडक तट पर पिछले डेढ महीने में लगभग 1200 शव दाह संस्कार के लिए आया है। जिसमें 150 प्लास्टिक में लिपटे हुए शव थे, जो संभवतः कोरोना संक्रमित थे। पिछले कुछ दिनों से स्थिति सामान्य है।
अब दिन भर में 4-5 शव दाह संस्कार के लिए आ रहा है। रेवाघाट स्थित मुक्तिधाम में सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं है। यहां दाह संस्कार के लिए कोई पर्ची नहीं कटती है। उधर मृतकों के परिजनों ने बताया कि परिवार के सदस्य का कोरोना से निधन हुआ है, इसको साबित करने के लिए हमारे पास जांच रिपोर्ट एवं इलाज का पुर्जा के अलावे कोई साक्ष्य नहीं है। कोरोना से मौत की पर्ची हॉस्पिटल वाले नहीं दिए थे।
Input: live hindustan