सावन के महीने का आज दूसरा सोमवार है. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शिव भक्तों ने सोमवार का व्रत रखा हुआ है. पुराणों में कहा गया है कि अन्य दिनों के अपेक्षा सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से उसका कई गुना लाभ व्यक्ति को मिलता है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजा करते है. पर आखिर क्यों करते है जलाभिषेक साथ ही जल के आलावा और किन चीजों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है, आइये जानते हैं
क्यों करते हैं जलाभिषेक ?
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार समुद्र मंथन से विष निकला था. इस विष का शिव भगवान ने विषपान कर लिया था. विष पीने के बाद शिव के तन में ताप बढ़ने लगा और उनका कंठ नीला हो गया, भगवान शिव के विषपान से उत्पन्न ताप को शीतलता प्रदान करने के लिए इंद्रदेव ने बहुत वर्षा की थी. जिससे भगवान शिव को बेहद शांति मिली. तभी से शिव का अभिषेक करने की परंपरा प्रारंभ हो गई.
इन 7 चीजों से शिव का अभिषेक कर सकते हैं भक्त
जल चढ़ाएं
शिवलिंग पर जल से अभिषेक करने से विभिन्न कामनाएं पूरी होती हैं. रोजाना शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन शांत रहता है और शिव जी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं.
गंगाजल चढ़ाएं
भगवान शिव की जटाओं से निकलने वाली गंगा के जल को पावन माना गया है, जो शिवभक्त मृत्यु के बाद मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें शिवलिंग पर गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए.
दूध से अभिषेक
अगर आपके घर में हर समय कलह का वातावरण बना रहता है तो आपको शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से घर और दफ्तर की परेशानी ख़त्म हो जाती है.
देसी घी से अभिषेक
यदि परिवार का कोई सदस्य अक्सर बीमार रहता है तो आपको भगवान महादेव के लिंग पर शुद्ध देसी घी का अभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से रोग दूर होने के साथ आपके वंश का विस्तार भी होता है.
शहद से करें अभिषेक
यदि घर में किसी व्यक्ति को गंभीर रोग है तो आपको शहद से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए.ऐसा करने से स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर बीमारियां दूर हो जाती हैं.
गन्ने के रस से अभिषेक
यदि आप अपने जीवन से बेहद दुखी हैं तो ऐसे में आप गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें. ऐसा करने से आपके जीवन में खुशियां लौट आएंगी.
इत्र चढ़ाए
अगर आप अपने वैवाहिक जीवन से खुश नहीं है तो शिवलिंग पर इत्र से अभिषेक करें. ऐसा करने से आपके अपने जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होने लगेंगे.