बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर शहर के सिकंदरपुर में बुधवार को लाल निशान के करीब पहुंच गया। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में बुधवार को शहर के सिकंदरपुर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज हुई। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सिकंदरपुर में खतरे के निशान से 1 मीटर 15 सेंटीमीटर नीचे 51.38 मीटर पर है। लेकिन, एक सप्ताह से नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से लोग दहशत में हैं। इससे अखाड़ाघाट स्थित झीलनगर में अफरातफरी का आलम है। घर में पानी घुस जाने से मनोज कुमार, संजय, शंभू, पवन, रेखा देवी, सीताराम, मुकेश कुमार समेत 30 से 35 परिवार बुधवार को झील नगर से पलायन की तैयारी में जुटे रहे।
यही स्थिति चंदवारा से सटे छींट भगवतीपुर गांव व हनुमान नगर इलाके में देखी गई। दोनों ही जगह लोग घर खाली करने में जुटे रहे। बाढ़ की दहशत से लोग घर छोड़ कर चंदवारा स्लुइस गेट से लेकर आश्रम घाट,सिकंदरपुर तक एक दर्जन स्थानों पर प्लास्टिक तान कर अस्थाई झोपड़ी बना रहे हैं। यही स्थिति कर्पूरी नगर से लेकर लकड़ीढाई तक के मोहल्लों की है। इन मोहल्लों की सड़कों पर पानी फैलने के साथ ही लोगों के घरों में पानी घुस रहा है।
परेशानी : मुशहरी के बिंदा व बोचहां के आथर बिशनपुर जगदीश गांव के लोग घर छोड़ कर जा रहे, मचान बना रख रहे हैं सामान
एक सप्ताह से बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से शहर के साथ ही मुशहरी प्रखंड के बिंदा तथा बोचहां प्रखंड के आथर गांव के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। नदी का पानी निचले इलाकों में लगातार फैलने के साथ घरों में घुस रहा है। दहशतजदा लोग अपने जरूरी सामान के साथ ऊंचे स्थान एवं बांधों पर पलायन करने लगे हैं। मुशहरी के बिंदा बांध से सटे राजकिशोर समेत दर्जनों लोगों ने अपने आवश्यक सामान को बाढ़ से बचाने के लिए ऊंचे मचान पर रख दिया है। बोचहां प्रखंड के आथर बिशनपुर जगदीश गांव के लोग भी बाढ़ की दहशत से पलायन की तैयारी में हैं। गांव के अरविंद सहनी एवं शोभा देवी ने बताया कि गांव के अधिकतर लोगों ने बाढ़ की संभावना को देखते हुए जलावन समेत सभी अन्य सामान को पानी से बचाने के लिए छत-छप्पर समेत अन्य ऊंचे स्थानों पर रख दिया है।
Source : Dainik Bhaskar
राहत : बागमती का जलस्तर तीन दिनों से है स्थिर गंडक नदी के जलस्तर में भी लगातार आ रही कमी
इधर, बागमती नदी का जलस्तर जहां स्थिर है। वहीं, गंडक नदी के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है। गंडक नदी का जलस्तर रेवा घाट में खतरे के निशान से 94 सेंटीमीटर नीचे 53.47 मीटर पर रहा। वहीं, बागमती नदी का जलस्तर कटौझा में खतरे के निशान से 2 मीटर 22 सेंटीमीटर नीचे 53.02 मीटर से घट रहा है। इधर, पिछले एक सप्ताह में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में सिकंदरपुर में 4.41 मीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है। बुधवार को बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 51.38 मीटर पर रहा। जबकि, पिछले बुधवार को बूढ़ी गंडक का जलस्तर 46.97 मीटर था। इसके अगले दिन गुरुवार बूढ़ी गंडक के जलस्तर में रिकॉर्ड 2 मीटर की बढ़ोतरी 24 घंटे के दौरान हुई थी।