दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में यह ऐ’लान करते हुए कहा कि हम रतन लाल के परिवार को हर संभव मदद देंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम उनके परिवार को मदद के तौर पर 1 करोड़ रुपये की राशि और एक नौकरी देंगे।
दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। सत्र की कार्रवाई के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन में कहा कि दिल्ली सरकार दं’गों के दौरान मा’रे गए हेड कांस्टेबल रतन लाल के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की मदद देगी। इसके अलावा उनके परिवार के एक आदमी को नौकरी भी देगी।
केजरीवाल ने सत्र के दौरान कहा कि दिल्ली की जनता हिं’सा नहीं चाहती है। यह सब आम आदमी पार्टी के द्वारा नहीं किया गया है। यह सब उ’त्पात असा’माजिक त’त्वों के द्वारा किया है। हिंदू और मुस्लिम कभी नहीं ल’ड़ते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम रतन लाल के परिवार को यह पूरा आश्वासन देना चाहते हैं कि आपका पूरा ख्याल रखा जाएगा। आर्थिक मदद के अलावा एक सरकारी नौकरी देने का वायदा किया।
बता दें कि उ’पद्रवियों से पुलिस अपायुक्त की जा’न बचाने के लिए खुद की जा’न दांव पर लगा दी थी। जिस कारण रतन लाल को उ’पद्रवियों के द्वारा चलाई गई गो’ली लग गई। इलाज के वक्त जाते समय उनकी मौ’त हो गई थी। इधर, राजस्थान में उनके गांव में रतन लाल को श’हीद का दर्जा देने की मांग उठी है।
बुराड़ी वाले घर पर कई नेताओं ने दी थी श्रद्धांजलि
रतन लाल के परिजनों को बुराडी स्थित आवास पर सांत्वना देने के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन व दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय गए थे। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर दिल्ली में हुए हिंसक प्रदर्शन में हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई थी।
इससे पहले रतन लाल के अंतिम संस्कार के समय कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा था कि रतन लाल ने ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाते हुए देश के लिए बलिदान दिया है। हमें उन पर गर्व है। दिल्ली पुलिस उनके परिवार के साथ हर वक्त खड़ी है। मंगलवार को शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने सीएम अरविंद केजरीवाल भी गए थे। उन्होंने बुराड़ी मेन रोड पर अमृत विहार मोड़ के निकट ही सुसज्जित वाहन में रखे पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किया था।